देहरादून, उत्तराखंड की राजधानी और अन्य जिलों में डेंगू रोगियों की बढ़ती संख्या से शासन-प्रशासन खासा चिंतित है। आम दिन भी इसके प्रकोप से डरा हुआ है। इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कारोनेशन अस्पताल जाकर व्यवस्थाओं की जानकारी ली और डेंगू पीड़ितों का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने डेंगू पीड़ितों को उचित इलाज और जांच सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये हैं।
राजधानी दून में इन दिनों डेंगू के बढ़ते प्रकोप के कारण हा-हाकार मचा हुआ है। बीते कल अलग अलग अस्पतालों में डेंगू से चार लोगों की मौत की खबर आने के बाद अब स्वास्थ्य महकमा और सत्ता के गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। डेंगू की रोकथाम में नाकाम साबित होने को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह भी हैरान हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेवारी भी मुख्यमंत्री खुद ही संभाले हुए हैं। इसके कारण अब विपक्ष भी उनकी घेराबंदी में जुटा हुआ है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने आज कारोनेशन जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
राजधानी दून में अब तक डेंगू से 12 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी दून के सरकारी अस्पतालों में साढे़ आठ सौ मरीज अब तक पहुंच चुके हैं। जबकि निजी अस्पतालों का आंकड़ा भी इससे जोड़ दिया जाये तो संख्या कई हजार पहुंच चुकी है। खास बात यह है कि सरकार के पास डेंगू पीड़ितों के बारे में कोई ठोस जानकारी तक नहीं है। जो सरकार और स्वास्थ्य महकमें की बड़ी लापरवाही दर्शाती है। अब मुख्यमंत्री अखबारों में छप रही उन खबरों को लेकर चितिंत व परेशान हैं जो स्वास्थ्य महकमे और सरकार की नाकामी से जुड़ी है। अस्पताल पहुंचे सीएम ने डेंगू पीड़ितों से मिलकर उन्हे मिलने वाले इलाज के बारे में जानकारी ली तथा डाक्टरों को पीड़ितों की हर संभव मदद उपलब्ध कराने और इलाज में कोई लापरवाही न बरतने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पीड़ितों की सभी जांच अस्पताल में ही की जाये।