बादल फटने से बीआरओ के मजदूरों की मौत, मुख्यमंत्री ने जताया दुख

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    चमोली जिले के सीमांत क्षेत्र नीती घाटी में गुरुवार की रात्रि को हुई मुसलाधार वर्षा व तमक नाले में बादल फटने से आये मलवे के कारण नदी किनारे बने कुछ मकान व खेतों मे मलवा आ गया है। वहीं, झेलम से एक किमी आगे भापकुंड में भी बादल फटने के कारण सडक के किनारे बने टिन शेड में रह रहे बीआरओ के मजदूरों के परिवार दब गए हैं, जिनकी संख्या चार बतायी जा रही है। जिनमे से दो लोगों को खोज लिया गया है, दो की तलाश जारी है।
    उपजिलाधिकारी जोशीमठ योगेंद्र सिंह ने बताया कि गुरुवार की रात्रि को तहसील जोशीमठ से 40 किमी आगे तमक नाले में बादल फटने से आये मलवे के कारण नदी किनारे कुछ मकान बह गये है तथा खेतों में भी मलवा आया है। बताया कि वहीं झेलम से एक किमी आगे भापकुंड में भी बादल फटने से सड़क के किनारे टिन शेड में रह रहे बीआरओ के मजदरों के परिवार के चार लोगों के दबने से मृत्यु हो गई है। जिसमें तुलसा देवी उम्र 36 वर्ष पत्नी प्रेम बहादुर, सुनील उम्र डेढ वर्ष पुत्र प्रेम बाहदुर के शव निकाले जा चुके है, जिन्हें पोस्टमार्टम हेतु भेजा जा चुका है। वही गोपाल उम्र 36 वर्ष पुत्र अज्ञात, गौरव उम्र दो वर्ष पुत्र किशन बहादुर के शवों की तलाश जारी है। मौके पर राजस्व विभाग, बीआरओ एवं एसडीआरएफ की टीमें मौजूद है। उप जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह घटना स्थल पर लगातार निगरानी रखे हुए है।

    मुख्यमंत्री रावत ने चमोली जिले के जोशीमठ मलारी रोड के पास बादल फटने के बाद बीआरओ के मजदूरों की मौत पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को बीआरओ के सम्पर्क में रहते हुए राहत- बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। इस घटना में अभी तक तीन मजदूरों के शव बरामद हुए हैं, जबकि पांच लोगों के बहने की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। पांडुकेश्वर से एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।

    बता दें कि गुरुवार रात्रि से बारिश थम गई थी लेकिन नीति बार्डर पर मलारी कोसा के पास बादल फटने से भारी भूस्खलन में मजदूरों के डेरे दब गए। सभी हाईवे पर कार्य करने वाले बीआरओ के मजदूर हैं। आपदा प्रबंधन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। बद्रीनाथ हाईवे लामबगड़ में रात्रि से बंद है।

    सीमावर्ती क्षेत्र नीति घाटी के मलारी के भापकुंड के पास रात को बादल फट गया, जिससे बीआरओ के पांच मजदूरों की दबने की सूचना मिली है। जिसमें से दो के शव निकाले जा चुके है तीन अभी भी लापता बताये जा रहे है।

    आपदा प्रबंधन अधिकारी चमोली नंदकिशोर जोशी ने शुक्रवार को बताया कि आपदा परिचालन केंद्र को सुबह सवा सात बजे के आसपास सूचना मिली कि नीति घाटी हाइवे पर मलारी भापकुंड के पास रात में बादल फटने की सूचना मिली है।

    जिससे भापकुंड में रह रहे बीआरओ के मजदूरों रहने को बनाया गया कच्चा मकान दब गया है। इस कच्चे मकान में पांच मजदूरों की दबने की सूचना भी बीआरओ के कमांडर आशुतोष सिंह ने दी है। साथ ही यह भी बताया कि दो मजदूरों का शव बरामद कर लिया गया है तीन अभी भी लापता बताये जा रहे है। घटना की सूचना मिलते ही जोशीमठ से एसडीआरएफ व आपदा प्रबंधन की टीम घटना स्थन के रवाना हो गयी है। वहीं बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ के पास पहाड़ी से मलवा व बोल्डर आने के कारण बंद पड़ा है। जिसे खोलने का कार्य भी जारी है। मार्ग बंद होने से बदरीनाथ में तीन सौ से अधिक यात्रियों के फंसे होने की सूचना मिली है।