योग को जन-जन तक पहुंचाना है लक्ष्यः सीएम रावत

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मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम के लिए देहरादून का चयन करने पर प्रधानमंत्री का आभार जताया। बीआर अम्बेडकर स्टेडियम, ओएनजीसी में कर्टेन रेजर कार्यक्रम के तहत सामान्य योग अभ्यासक्रम (प्रोटोकाल) आयोजित किया गया। योग गुरु स्वामी रामदेव संग विशिष्टजनों व कई साधकों ने योगाभ्यास किया।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में गुरूवार को बीआर अम्बेडकर स्टेडियम, ओएनजीसी में कर्टेन रेजर कार्यक्रम के तहत सामान्य योग अभ्यासक्रम (प्रोटोकाल) आयोजित किया गया। योग गुरू स्वामी रामदेव द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों योग साधकों को योगाभ्यास कराया गया।

 

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक, उत्तराखंड के आयुष मंत्री डा. हरक सिंह रावत, परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि, विधायक हरबंस कपूर, गणेश जोशी, आचार्य बालकृष्ण, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी, भारत सरकार में सचिव आयुष राजेश कोटेचा, उत्तराखंड में सचिव आरके सुधांशु, डा.पंकज कुमार पाण्डेय सहित शासन, पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने भी स्वामी रामदेव के साथ योग का अभ्यास किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि योग को जन-जन तक पहुंचाना है। योग विश्व को निरोग करने का संकल्प है। भारतीय संस्कृति में ‘सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे भवंतु निरामयाः’ की बात कही गई है। योग इसमें सहायक है। योग की धारा देवभूमि उत्तराखंड से प्रवाहित हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों से सारी दुनिया ने योग की शक्ति को माना है और 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाने लगा है। प्रधानमंत्री योग द्वारा सारी दुनिया को जोड़ने का काम कर रहे हैं। जब राजशक्ति, ऋषिशक्ति व अध्यात्म मिलकर काम करते हैं तो विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम के लिए देहरादून का चयन किया गया है। इससे देहरादून व उत्तराखण्ड अंतर्राष्ट्रीय फलक पर नजर आएगा। हमें संकल्प लेना चाहिए कि रोज योग करेंगे और विश्व को निरोग करेंगे। योग को जनआंदोलन बनाने के लिए आम व्यक्ति की सहभागिता बहुत जरूरी है। मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को एफआरआई में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जो लोग वहां नहीं आ सकते हैं वे अपने गांव, शहर व घरों में योग करें।