मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए

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सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से चमोली व रूद्रप्रयाग जनपद के विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्यों की समीक्षा की। इसमें मुख्यतः मुख्यमंत्री घोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की गई। बैठक में केबिनेट मंत्री मदन कौशिक, प्रकाश पंत, विधायक महेन्द्र भट्ट, सुरेन्द्र सिंह नेगी, मनोज रावत, अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, राधा रतूड़ी सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी व जिला मुख्यालय पर जिलाधिकारी सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए केबिनेट मंत्री ने बताया कि शुक्रवार को बद्रीनाथ, कर्णप्रयाग एवं केदारनाथ विधानसभा की समीक्षा की गई। एनआईसी में तकनीकी खराबी होने के कारण रूद्रप्रयाग एवं थराली विधानसभा की समीक्षा नहीं हो पायी। इन विधानसभाओं की समीक्षा के लिए अलग से तिथि घोषित की जायेगी। उन्होंने बताया कि बद्रीनाथ विधानसभा की 24 घोषणाओं की समीक्षा की गई। जिसमें से 2 पूर्ण हो चुकी हैं, 19 पर कार्य गतिमान है, शेष पर शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। कर्णप्रयाग विधानसभा में की गई घोषणाओं में से 20 पर कार्य गतिमान है, शेष शीघ्र कार्य शुरू करने के निर्देश दिये गये हैं। केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में 7 घोषणाओं पर कार्य गतिमान है।

इससे पूर्व बैठक में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अधिकारियों को विभिन्न विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री घोषणाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाई जाए।

केदारनाथ विधानसभा की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि गौरीकुंड में तप्त कुण्ड को उसके पुराने स्वरूप में बनाया जायेगा। सिंचाई विभाग इसका निर्माण करेगी। गर्म जलधारा का स्वरूप प्राचीन ही रहे, इसके लिए कन्सलटेंट एजेंसी की राय ली जाये। 2013 की आपदा के दौरान यह तप्त कुण्ड बह गया था। ऊखीमठ एवं गुप्तकाशी में पेयजल की समस्याओं के समाधान के लिए सर्वे हो चुका है, डीपीआर बनाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने इन पेयजल योजनाओं को प्राथमिकता पर रखने के निर्देश दिये। लदोली में आंगनवाड़ी भवन के निर्माण की कार्यवाही शीघ्र शुरू की जायेगी।

बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत बद्रीनाथ एवं गोविन्द घाट में आधुनिक शौचालयों का निर्माण किया जायेगा। जिसके लिए एक सप्ताह में भूमि चयन के निर्देश दिये गये। बद्रीनाथ एवं गोविन्द घाट में साइनेज लगाये जायेंगे। जोशीमठ में हेलीपैड के निर्माण के लिए भूमि का चयन किया जा चुका है। डीजीसीए से क्लीयरेंस मिलने के उपरान्त शीघ्र कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। बद्रीनाथ में राजीव गांधी माध्यमिक नवोदय विद्यालय में छात्रावास के लिए शीघ्र ही भूमि का चयन कर लिया जायेगा। बद्रीनाथ में पेट्रोल पम्प एवं गैस एजेंसी बनाने के लिए शीघ्र एस्टीमेट भेजने को कहा गया। गोपेश्वर में प्रेक्षागृह के लिए शीघ्र डीपीआर बनाई जा रही है। बद्रीनाथ के सुनियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है।

कर्णप्रयाग विधानसभा के  अन्तर्गत  सुनियोजित विकास के लिए गैरसैंण के मास्टर प्लान का कार्य गतिमान है। गैरसैंण में पेयजल की समस्या के हल के लिए झील का निर्माण किया जाना है। मुख्यमंत्री ने इसकी डीपीआर अक्टूबर माह के अंत तक तैयार करने के निर्देश दिए। भराड़ीसैंण में हेलीपैड का विस्तार किया जायेगा। इसके विस्तार से पूर्व इसका तकनीकि परीक्षण करवाने के निर्देश भी दिये गये। गैरसैंण में प्रेक्षागृह के लिए डीपीआर बनाई जा रही है। राजकीय इण्टर कॉलेज कर्णप्रयाग का नाम विक्टोरिया क्रॉस दरवान सिंह के नाम पर रखा गया है। हरगढ़ को एक्सीलेंस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न प्रकार के औषधीय प्रजाति के पुष्प लगाये जायेंगे। कनोठ-खेत-कोली पेयजल लाईन भी स्वीकृत की गई है।

इनके अतिरिक्त उक्त विधानसभा क्षेत्रों में विभिन्न सड़क, पेयजल, पार्किंग, विद्यालयों में कक्षा-कक्ष निर्माण सहित अन्य विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की विस्तार से समीक्षा की गई।