देहरादून। केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी रेलवे लाइन और ऑल वेदर रोड परियोजनाओं से पहाड़ के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इन परियोजनाओं से पहाड़ से लगातार हो रहे पलायन पर भी अंकुश लगेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को श्रीनगर में बैकुण्ठ चतुर्दशी मेला एवं विकास प्रदर्शनी-2017 के शुभारम्भ के मौके पर उक्त विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनता को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री सरकार द्वारा गरीबों व महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है, इन योजनाओं से लोग लाभांवित भी हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। भ्रष्टाचारियों पर पूर्ण नकेल कसने एवं प्रदेश से भ्रष्टाचार दूर करने के लिए सरकार पूर्ण पारदर्शिता से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार की शिकायत 1905 टोल फ्री पर करके भ्रष्टाचारियों के खिलाफ शिकायत की जा सकती है। सचिवालय, जिला, तहसील और ब्लाॅक स्तर पर प्राप्त सभी समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री डेशबोर्ड बनाया गया है तथा लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि अब सेवा के अधिकार के साथ 162 और सेवाएं जोड़ दी गई हैं। इसके अलावा कैबिनेट में लिए गए निर्णय के अनुसार अब अभ्यर्थी अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्रों को स्व प्रमाणित कर चस्पा कर सकते हैं। उन्होंने श्रीनगर को शिक्षा, संस्कृति के साथ जागृति और प्रेरणा का केंद्र बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने दूरस्थ क्षेत्रों के विकास को अपना प्राथमिक लक्ष्य बनाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अपनी बात कहने का सभी को अधिकार है, इसके लिए शासन व्यवस्था में पारदर्शिता लाई जा रही है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि सीमान्त क्षेत्रों से पलायन को रोका जा सके, इसके लिए पौड़ी में पलायन आयोग का मुख्यालय बनाकर पलायन रोकने के प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिरूल का सही तरीके से उपयोग किया जाना आवश्यक है। पिरूल से तारपीन का तेल तथा बायोमाॅस इंडस्ट्रियल फ्यूल तैयार किया जाएगा। उन्होंने 670 न्याय पंचायतों को ग्रोथ सेंटर के रूप में विकासित किया जायेगा। पहले चरण में 50 न्याय पंचायतों को विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने खेती और सब्जी उत्पादन से किसानों की आर्थिकी को सुदृढ करने की बात कही। इसके लिए उन्होंने चमोली के घेस गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां पर तीन गांवों में सघन तथा 19 गांवों में प्रतीकात्मक रूप से मटर की खेती से लाखों रूपये का लाभ अर्जित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 10 नवंबर से पौड़ी से एमओयू टेलीमेडिसिन की शुरूआत भी की जा रही है। केदारपुरी में विभिन्न कार्यों के पुर्ननिर्माण कार्य, योग साधना केंद्र तथा स्मार्ट एवं हाईटेक व्यवस्थाएं की जायेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि आगामी वर्षों में केदारपुरी में हर वर्ष 10 लाख तीर्थ यात्रियों दर्शन करें। जिसके लिए रेलवे लाइन तथा आॅलवेदर रोड का कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में प्राचार्यों की नियुक्ति कर दी गई है तथा माध्यमिक शिक्षा में शिक्षकों की कमी को पूरा करने का प्रयास सरकार द्वारा किया जा रहा है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि श्रीनगर शहर में आये दिन यातायात की समस्याओं को लेकर अलकनंदा नदी के किनारे पंचपीपल से स्वीत तक बाईपास मार्ग तैयार किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने नगर पालिका परिषद द्वारा प्रस्तुत अभिनंदन पत्र में आधा दर्जन मांगों पर विचार कर उन्हें पूरा करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि कमलेश्वर मंदिर में हाॅल निर्माण, रैनबसेरा के लिए विधायक निधि से 20 लाख रुपये दिये जाने एवं क्षेत्र के प्रमुख चित्रकार मौलाराम तोमर की स्मृति में भव्य द्वार का निर्माण किये जाने की बात कही। इस अवसर विधायक विनोद कंडारी, भरत चैधरी, जिलाधिकारी सुशील कुमार, एसएसपी जेआर जोशी आदि मौजूद थे।