तीरथ सरकार ने पूर्व त्रिवेन्द्र सरकार के कार्यकल में बनाए गए सभी दायित्वधारियों, निगम और बोर्ड अध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से पदमुक्त कर दिया है। इस संबंध में मुख्य सचिव ओमप्रकाश की ओर से शुक्रवार को आदेश जारी कर दिए गए हैं।
गोपन (मंत्रीपरिषद) अनुभाग ने मुख्य सचिव ओमप्रकाश के नाम से जारी आदेश में कहा गया है कि 18 मार्च 2017 से वर्तमान तक सभी प्रकार के दायित्वधारियों को पद से अवमुक्त किया गया है। इसमें संवैधानिक पदों पर निर्धारित नियुक्ति शामिल नहीं है। इस आदेश में विभिन्न आयोगों, निगमों,परिषदों आदि में नामित अध्यक्ष, उपाध्यक्ष,सलाहकार व अन्य पदों पर गैर सरकारी महानुभावों, मंत्रीस्तर, राज्यमंत्री, राज्यस्तर,सदस्य,को तत्काल प्रभाव से पदमुक्त किया गया है।अब कयास लगाए जा रहे हैं कि तीरथ सरकार नए सिरे से कार्यकर्ताओं को दायित्व सौंपेगी।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की मंत्री परिषद के बीती 12 मार्च को शपथ लेने के साथ ही यह तय हो गया था कि पिछली त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में 18 मार्च, 2017 से लेकर बीती 10 मार्च से पहले नियुक्त किए गए दायित्वधारियों को हटना पड़ेगा। पिछली सरकार ने विभिन्न आयोगों, निगमों परिषदों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सलाहकार व अन्य पदों पर गैर सरकारी महानुभावों को नामित किया था।इनमें से करीब 80 महानुभावों को मंत्री, राज्यमंत्री स्तर या अन्य महानुभाव स्तर का दर्जा दिया गया था। इसके अतिरिक्त करीब 40 ऐसे दायित्वधारी भी नियुक्त किए गए थे, जिन्हें किसी तरह का दर्जा नहीं दिया गया।