मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को सिल्कयारा की निर्माणाधीन टनल में हुए भू-धंसाव का निरीक्षण करने के लिए उत्तरकाशी पहुंचे और घटनास्थल पर पहुंचकर उन्होंने निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने युद्धस्तर पर किए जा रहे बचाव कार्यों का अधिकारियों से फीडबैक लिया। विभिन्न एजेंसियां बचाव कार्य में जुटीं हुई हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल संचालन व फंसे हुए श्रमिकों के यथाशीघ्र सकुशल बाहर निकालने के लिए स्वयं घटनास्थल पर अधिकारियों व बचाव दल के मध्य मौजूद हैं।
गौरतलब है कि सिल्कयारा की निर्माणाधीन टनल में भू-धंसाव होने से मलबा आने के कारण 40 मजदूर फंसे हुए हैं। एन.एच.आई.डी.सी.एल. के अनुसार उत्तराखण्ड- 02, हिमाचल- 01, बिहार- 04, पं. बंगाल-03, उत्तरप्रदेश – 08, ओडिशा के 05, झारखण्ड-15 और असम-02 मजदूर होना बताया गया है।
सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए जारी बचाव और राहत कार्यों के तहत मलबा हटाने का कार्य निरंतर जारी है। मलबा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को लगाया गया है। वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क बनाया गया है। फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं। टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। इसी पाइप लाइन के जरिए रात में चने के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे श्रमिकों तक भेजे गए हैं। पूरी रात बचाव कार्य चला है और अभी भी चल रहा है।