कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार शाम पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए गुलाम नबी आजाद समेत चार वरिष्ठ नेताओं को महासचिव की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है। पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का भी पुनर्गठन किया है।
– सीडब्ल्यूसी का भी हुआ पुनर्गठन, सुरजेवाला-तारिक अनवर नये महासचिव
– सोनिया के सहयोग के लिए छह सदस्यीय विशेष समिति का गठित
– केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण का भी पुनर्गठन, मिस्त्री के हाथ कमान
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर तैयार कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) में 22 स्थायी सदस्य हैं। इनमें सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, गुलाम नबी आजाद, आनन्द शर्मा, हरीश रावत, केसी वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक, ओमान चांडी, अजय माकन, प्रियंका गांधी वाड्रा, पी. चिदंबरम, जितेंद्र सिंह, तारिक अनवर, रणदीप सुरजेवाला, गईखंगम, रघुवीर सिंह मीणा और तरुख गोगोई शामिल हैं। सीडब्ल्यूसी के स्थायी आमंत्रितों में 26 सदस्य और विशेष आमंत्रितों में 10 सदस्य शामिल हैं। विशेष आमंत्रितों में दिग्विजय सिंह, मीरा कुमार, सलमान खुर्शीद, चेला कुमार, कुलजीत नागरा, प्रमोद तिवारी और पवन बंसल को जगह मिली है।
संगठन में बदलाव करते हुए कांग्रेस ने महासचिवों की भी नई सूची जारी की है। इस सूची के मुताबिक महासचिव के पद से वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, अंबिका सोनी, मोती लाल वोहरा और लुज़ेनियो फलेरियो को हटा दिया गया है। नई सूची के मुताबिक सुरजेवाला और तारिक अनवर को पार्टी का नया महासचिव नियुक्त किया गया है। महासचिवों की सूची में शामिल मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश का प्रभारी भी बनाया गया है। हरीश रावत को पंजाब, ओमान चांडी को आंध्र प्रदेश, तारिक अनवर को केरल व लक्षद्वीप, प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश, रणदीप सुरजेवाला को कर्नाटक, जितेंद्र सिंह को असम, अजय माकन को राजस्थान और केसी वेणुगोपाल संगठन का प्रभार सौंपा गया है।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक पत्र विवाद की पृष्भूमि में 24 अगस्त को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में बनी सहमति के मुताबिक छह सदस्यीय एक विशेष समिति का भी गठन किया गया है। यह समिति पार्टी के संगठन और कामकाज से जुड़े मामलों में सोनिया गांधी का सहयोग करेगी। इस विशेष समिति में एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल हैं। कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण का भी पुनर्गठन किया है। पांच सदस्यों वाले इस समूह में मधुसूदन मिस्त्री, राजेश मिश्रा, कृष्ण बायरे गौड़ा, एस. जोथीमनी और अरविंदर सिंह लवली है। मिस्त्री को प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया गया है।