सदन में कांग्रेस के उपनेता ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक और विभिन्न भर्तियों के घोटाले में सरकार के मंत्री, तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में वित्त मंत्री का कार्यभार देख रहे प्रेम चन्द अग्रवाल पर सीधे-सीधे इन घोटालों मैं शामिल होने का आरोप लगाया है।
भुवन कापड़ी ने कहा कि क्या एसटीएफ मंत्री एवं आयोग के अध्यक्ष जो वरिष्ठ आईएएस हैं, के खिलाफ मामले में निष्पक्ष जांच कर सकती है। ऐसा बिल्कुल भी संभव प्रतीत नहीं हो रहा है। इसीलिए इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराई जाए जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह एक राज्य का मामला है, इसलिए इसकी सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है। प्रदेश की एसटीएफ ही इसकी जांच करेगी लेकिन इस मामले में अब उत्तर प्रदेश का नकल माफिया भी एसटीएफ की पकड़ में आया है। अब यह 2 प्रदेशों का मामला भी बन चुका है ,इसलिए इसकी सीबीआई से जांच करना जरूरी हो गया है।
भुवन कापड़ी ने सरकार पर आरोप लगाया कि इस तरह से बड़े-बड़े नेताओं मंत्रियों और अधिकारियों का नाम इस मामले में सामने आ रहा है उससे निश्चित रूप से यह एक बहुत बड़ा घोटाला होगा। इसीलिए इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता एवं पूर्व अध्यक्ष अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले में धामी सरकार पर निशाना साधा और जब उन्हें जानकारी हुई तो उन्होंने इस मामले पर कांग्रेस के लगातार संघर्ष करने की बात कही है।
हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि उत्तराखंड का भर्ती घोटाला सबसे बड़ा व्यापम घोटाला साबित होगा। इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई के द्वारा होनी चाहिए। प्रदेश के युवाओं के सपनों के साथ खेलने वाली सरकार को अब सत्ता में रहने का कोई अब नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के राज्यपाल और प्रधानमंत्री को इस मामले पर दखल देते हुए वर्तमान की सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।
पत्रकार वार्ता के दौरान महानगर अध्यक्ष राहुल छिमवाल महामंत्री गोविंद सिंह बिष्ट हरीश सिंह मेहता सुहेल सिद्दीकी सुरेश जोशी महानगर कोषाध्यक्ष नरेश अग्रवाल, गोविंद बगड़वाल समेत कई कांग्रेसी मौजूद रहे।