कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल का आज पिरामन गांव के कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार कर दिया गया। पटेल के अंतिम संस्कार के समय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पटेल का शव बुधवार को विशेष चार्टर प्लेन में वडोदरा हवाई अड्डे पर लाया गया था। रात में शव को अंकलेश्वर के सरदार पटेल अस्पताल व हार्ट इंस्टीट्यूट में रखा गया। आज सुबह पटेल का पार्थिव शरीर सरदार हार्ट इंस्टीट्यूट से सीधे कब्रिस्तान में ले जाया गया। इस मौके पर लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला भी कब्रिस्तान पहुंचे है।जहां प्रार्थना के बाद अहमद पटेल को उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार पिरामन गांव के कब्रिस्तान में उनके माता-पिता की कब्र के पास दफनाया गया।
इससे पहले राहुल गांधी भी अहमद पटेल के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सूरत एयरपोर्ट से पिरमान गांव पहुंचे हैं। राहुल गांधी के माध्यम से सोनिया गांधी ने भी पटेल के शव को श्रद्धांजलि देने के लिए फूल भेजे। इस बीच राहुल गांधी ने अहमद पटेल के शव को कंधा दिया।पटेल के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार, शंकरसिंह वाघेला, अर्जुन मोढ्वाडिया, शक्ति सिंह गोहिल, मधुसूदन मिस्त्री और कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक सहित शीर्ष नेता और एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत बोस्की भी पिरामन गांव पहुंचे हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में राजनेता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ने अहमद पटेल के अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
हालांकि कोरोना संकट में सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए केवल 50 लोगों को ही कब्रिस्तान में जाने की अनुमति दी गई थी। पटेल के निधन पर आज भरूच में अंकलेश्वर और मोहम्मदपुरा एपीएमसी की 500 से अधिक दुकानों के व्यापारियों ने अपनी स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखीं।