देहरादून। गरीबी का कारण ही कांग्रेस है। कांग्रेस को पूरे देश से उखाड़ फेंकना समय की मांग होगी। चार पीढ़ी पहले कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था, गरीबी तो नहीं हटी गरीब हट गए। एक बार फिर कांग्रेस नेतृत्व वही नारा दे रहा है जो कांग्रेस की मानसिकता का प्रतीक हैं। यह विचार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रुद्रपुर में आयोजित जनसभा में व्यक्त किए।
अपने संबोधन का प्रारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुमाऊंनी बोली से किया और लोगों का आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आपके बीच आया हूं तो यह दिखाना चाहता हूं कि हमारे वीर सैनिकों को जिस तरह से अपमानित किया गया, सेना नायक विरुद्ध अपशब्द कहे गए, यह उचित है क्या। उत्तराखंड की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह वीरों की भूमि है, बलिदानियों की भूमि है। लाखों चौकीदार एक साथ निकल पड़े हैं। प्रधानमंत्री ने जनता के लिए नारा दिया मैं भी…. तो जनता की ओर से उत्तर कि चौकीदार हूं। उन्होंने उधमसिंहनगर जिनके नाम पर बना है ऐसे शहीद क्रांतिवीर को भी याद किया। उन्होंने कहा कि अब गांधी जी का सपना साकार होता दिख रहा है।
प्रधानमत्री ने कहा कि जनता भाजपा और कांग्रेस की नीतियों से परिचित हैं। उन्होंने विकास पर चर्चा करते हुए कहा कि 2014 से पहले सड़कों की क्या स्थिति थी। लोग मीलों मील चलकर सड़कों तक पहुंचते थे। लेकिन आज की स्थिति से कोई इन्कार नहीं कर सकता कि विकास ठीक हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि घोटालों के नाम पर उत्तराखंड की पहचान बनाने वाले लोगों ने पूरे प्रदेश को बदनाम करने का कार्य किया था, लेकिन अब स्थिति अलग हो गई है। भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं के कारण लोग पलायन को मजबूर थे। प्रधानमंत्री ने जनता से पूछा कि आपको पलायन पर मजबूर किसने किया। जनता ने कांग्रेस का नाम लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सात दशक तक उत्तराखंड के गांवों को सड़कों से वंचित रखना किसकी देन है। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि ऐसे लोगों को 11 अप्रैल को कमल निशान का बटन दबाकर चित करने का समय आ गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार ने जनता को रोशनी देने का प्रयास किया, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने निरंतर अड़ंगा लगाने का काम किया। उनके पास दिल्ली दरबार मे हाजिरी लगाने के अलावा कोई विजन ही नहीं था। कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री जो नैनीताल उधमसिंहनगर के प्रत्याशी भी हैं ने केवल एक परिवार के रोजगार की चिंता की। भाजपा सरकार बनने के बाद विकास को विशेष रूप से प्रभावी किया गया है। सड़कों, कनेक्टिविटी को बढ़ाने का कार्य किया गया है। चारधाम, आल वेदर रोड, भारत माला परियोजना की छह हजार किलोमीटर सड़कें, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग लाइन तेजी से आगे बढ़ रहा है। लोगों के विकास की योजनाएं प्रारंभ हो गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आस्था, अध्यात्म, पर्यावरण की रक्षा हो, यह काम प्रारंभ हो गया है। आज उत्तराखंड में नए रास्ते के लिए चल पड़ा है। उन्होंने कहा कि रुद्रपुर के ढांचागत विकास के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है, जिनका लाभ निवेश के माध्यम से मिलेगा। उत्तराखंड भारत की सुंदर परिभाषा जैसा है। यहां चारधाम पंचकेदार तो है ही, पांचवें धाम के रूप में सैनिक धाम के रूप में माना जाना चाहिए। यहां हर दूसरा परिवार सैनिक परिवार है। भारतीय सैन्य अकादमी, गढ़वाल रायफल, राष्ट्रीय इंडियन मिलेट्री अकादमी, गोखा रायफल जैसे संस्थान है। सैनिकों का हर दूसरा घर है। सैनिक धाम को कोटि-कोटि नमन करते हुए कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठाए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाना क्या सैनिकों का मनोबल कम करना नहीं है। आतंकवादियों को घर में घुस कर मारना, उस पर सवाल उठाना सेनाध्यक्ष को गाली देना, वायुसेना अध्यक्ष को झूठा बताना किस राजनीति का अंग है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हीरो बनने की ललक में विपक्षी ऐसा कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है।