कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ आज से शुरू हुए विधानसभा सत्र के दौरान नियम 58 के तहत उठाए गए अपनी अवमानना के मुद्दे पर बेल में आ गए। कांग्रेस और बसपा विधायकों के हंगामा, नारेबाजी और सरकार के विरोधी नारों के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सायं तीन बजे तक के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी।
हालांकि संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने यथासंभव विधायकों को संतुष्ट करने की कोशिश की लेकिन हंगामे के बीच उनकी आवाज नहीं उठ पाए। इस मामले पर जोरदार हंगामा हुआ। तिलकराज बेहड़ ने थाना प्रभारी पर अभियोग पंजीकृत कर उसे पद से हटाने की बात कही। उन्होंने अपने विशेषाधिकार का मुद्दा सदन में उठाया। मामले की जांच किच्छा कोतवाली सीओ कर रहे हैं लेकिन सदन में उठने के बाद इस मुद्दे पर गर्मागर्मी बढ़ गई है। इस मामले पर कांग्रेस सदस्यों ने नारेबाजी और बेल में आकर हंगामा किया। इसी हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने सदन तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
इससे पहले नियम 58 के तहत बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद ने मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशा की खेप बढ़ती जा रही है और कहीं उत्तराखंड की स्थिति भी उड़ता पंजाब जैसी न हो जाए। उन्होंने कहा कि नशे के सौदागर उत्तराखंड को अपनी मंडी बनाते जा रहे हैं जिस पर संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आंकड़ेवार उन्हें जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले पर पहल कर रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले पर 352 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं और नशे का भारी सामान पकड़ा गया है।