पंवार पर भारी पड़ा मल्ल का “हाथ”, कांग्रेस करेगी समर्थन

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शुक्रवार को देहरादून में पत्रकारों से बात करते हुए कुमारी शैलजा ने धनौल्टी सीट पर पार्टी का पक्ष रखते हुए साफ किया कि पार्टी “हाथ’ का साथ देगी। यानि जिस उम्मीदवार के पास पार्टी का सिंबल है उसी को पार्टी का समर्थन भी मिलेगा। शैलजा के इस बयान से लगता है कि धनौल्टी सीट पर कांग्रेस पार्टी ने निर्दलीय प्रीतम पंवार को समर्तन देकर आखिरी समय जो अपने लिये मुश्किल खड़ी कर ली थी वो लगता है अब शांत हो जायेगी।

गौरतलब है कि कांग्रेस ने धनौल्टी सीट पर मसूरी नगर पालिका के अध्यक्ष मनमोहन मल्ल को अपना उम्मीदवार बनाया था। मल्ल 27 तारीख को जहां एक तरफ अपना नामांकन भरने जा रहे थे वहीं दिल्ली में पार्टी ने अचानक धनौल्टी सीट पर हरहीश रावत सरकार में मंत्री और निर्दलीय उम्मीदवार प्रीतम सिंह पंवार को समर्थन करने का आदेश जारी कर दिया। इसके बावजूद मल्ल ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया। मल्ल ने इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष से मिलने की कोशिश भी की लेकिन कहीं से उन्हें साफ तस्वीर नहीं मिली। जिसके चलते मल्ल ने अपना नाम वापस लेने से मना कर दिया। वहीं नामाकनों की जांच के बाद चुनाव आयोग ने मल्ल को हाथ का निशान दे दिया। ये शायद पहली बार हुआ होगा कि किसा पार्टी के निशान पर चुनाव लड़ते हुए भी वो उम्मीदवार उस पार्टी का बागी बन गया था।हांलाकि इस मसले पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अभी तक कुछ खुलकर नहीं बोला है। कहा ये भी जा रहा था कि हरीश रावत शुरू से ही धनौल्टी सीट पर कांग्रेसी उम्मीदवार नहीं खड़ा करना चाह रहे थे। और आखिरकरा उन्ही के दबाव के चलते पार्टी ने ऐन मौके पर अपना फैसला बदला। लेकिन मल्ल के ऐसे तेवरों की सायद पार्टी को उम्मीद नहीं थी।

वहीं इस पूरे मामले में मल्ल का कहना है कि उन्हें पहले से ही पता था कि पार्टी उन्हीं का साथ देगी। वो ही पार्टी के उम्मीदवार हैं औऱ धनौल्टी से जीत कर आयेंगे।