सिपाही आरती और सिपाही कृष्णा ने स्थगित की शादी 

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कोरोना काल से उपजी कठिन परिस्थितियों में कर्तव्यपथ को प्राथमिकता देते हुए आरती और कृष्णा ने हाथ पीले करने से इंकार करते हुए अपनी शादी को स्थगित कर दिया है। आरती और कृष्णा दोनों उत्तराखंड पुलिस में कांस्टेबल हैं।
चमोली जिले के कर्णप्रयाग थाना क्षेत्र में कांस्टेबल के पद पर तैनात आरती और कृष्णा ने तैयारियों के बाद अपनी शादी का कार्यक्रम स्थगित कर सेवा के प्रति समर्पण का उदाहरण प्रस्तुत किया है। चमोली जिले के सैंजी गांव की आरती फरस्वाण का विवाह  15 अप्रैल को पौड़ी जिले के कुई गांव निवासी कृष्णा से होना था। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते दोनों इन दिनों चमोली जिले के कर्णप्रयाग थाना क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं। इसे देखते हुए उन्होंने संयुक्त रूप से स्थिति सामान्य होने तक विवाह कार्यक्रम को स्थागित कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि लॉक डाउन को देखते हुए शासन और प्रशासन की ओर से कुछ शर्तों के साथ विवाह संस्कार, अंतिम संस्कार जैसे आवश्यक आयोजन की अनुमति प्रदान की जा रही है। मगर पुलिस सेवा में होने के चलते अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिये युगल ने यह निर्णय लिया है। आरती और कृष्णा का कहना है कि उन्होंने यह फैसला देश हित को सर्वोपरि रखते हुए लिया है।
 गोपेश्वर के हल्दापानी और पाडुली के ग्रामीणों ने बुधवार को सामाजिक दूरी का पालन करते हुए लाॅक डाउन अवधि में मिली छूट के दौरान कोराना योद्धाओं के रूप में पुलिस जवानों का सम्मान किया। उन पर फूल बरसाए और माल्यार्पण किया।
सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र रावत ने कहा कि पुलिस जवानों के साथ डॉक्टर नर्सेज और अन्य जो भी कर्मी इस समय देश के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं उन सभी के मनोबल को बढ़ाना इस समय हर एक नागरिक का काम है। पूरा देश इस संकट में एक साथ है। सम्मान करने वालों में पूर्व जिला पंचायत सदस्य उषा रावत, अरविन्द नेगी,  अंकोला पुरोहित  सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र रावत, सुनील, रमेश, मनवर, सुमित्रा, बिलेश्वरी, मुन्नी, दीपक आदि शामिल रहे