हरिद्वार, अगले वर्ष 2021 में होने वाले कुंभ के लिए मेले की वेबसाइट पर कुंभ स्नान की तारीखें डालने पर विवाद खड़ा हो गया है। ज्योतिषाचार्यों और अखाड़ा परिषद ने इस आपत्ति जताते हुये प्रशासन पर श्रद्धालुओं को गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है। स्नान की तारीखों को लेकर विवाद बढ़ता देख मेला प्रशासन बैकफुट पर आ गया है और वेबसाइट से कुंभ स्नान की तारीख हटवाने के निर्देश दिये हैं।
दरअसल, मेला प्रशासन ने वेबसाइट पर जिन तारीखों को कुंभ स्नान बताकर अपलोड किया है, उन तारीखों को लेकर ज्योतिषाचार्य और अखाड़ा परिषद दोनों ही विरोध कर रहे हैं। ज्योतिषाचार्य का कहना है कि मेला प्रशासन ने सामान्य स्नान पर्वों को कुंभ स्नान बताकर देश-दुनिया के श्रद्धालुओं को गलत और भ्रमित करने वाली जानकारियां दी जा रही है। ज्योतिषाचार्य प्रतीक मिश्र पुरी ने बताया कि मेला प्रशासन कुंभ स्नान की जो तारीख बता रहा है, उन तारीखों पर कुंभ स्नान का ग्रह योग नहीं बन रहा है। गलत तारीखों को प्रचारित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशासन की घोषित तारीखों पर कुंभ का अमृत योग नहीं बन रहा है। यह तारीखें प्रत्येक वर्ष पढ़ने वाले सामान्य स्नान पर्व की हैंं। उनका कहना है कि शाही स्नान का मुहूर्त तब होता है, जब बृहस्पति कुंभ राशि में हों और सूर्य मेष राशि में। इस बार यह योग 11 साल बाद पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि साल 2021 मे 5 अप्रैल को बृहस्पति मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, तभी से कुंभ का अमृत योग शुरू हो जाएगा। लेकिन कुंभ स्नान का मुख्य योग 14 अप्रैल को बनेगा। जब बृहस्पति तो कुंभ में रहेंगे और सूर्य मेष राशि में आ जायेंगे। इस योग को ही अमृत योग कहा जाता है और इस योग में कुंभ स्नान का महत्व है। इसके अलावा कुंभ का अमृत योग 14 अप्रैल से 14 मई अक्षय तृतीया तक एक माह रहेगा। इसी ज्योतिष गणना के आधार पर कुंभ स्नान की तारीखों का निर्धारण किया जाता है।
मेला प्रशासन की कुंभ स्नान की तारीखों का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी विरोध किया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि कुंभ का मुख्य स्नान 14 अप्रैल को ही होगा। उन्होंने मेला प्रशासन की घोषित तारीखों का विरोध करते हुए कहा कि अभी तक शाही स्नानों की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। ऐसे में मेला प्रशासन की वेबसाइट पर तारीखों का ऐलान करना गलत है।
स्नान की तारीखों पर विवाद उठने के बाद मेला प्रशासन सकते में है। अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह ने बताया कि उनकी जानकारी में आया है कि कुंभ साइबर सेल ने वेबसाइट पर कुंभ स्नान की तारीखें अपलोड की गई हैं, वह गलत हैं। साइबर सेल ने बिना सलाह के इन तारीखों को अपलोड कर दिया है, इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुंभ स्नान तारीखों पर उठे विवाद के बाद वेबसाइट से तारीखों को हटा दिया गया है। अगर नहीं हटी होगी तो जल्दी हटा दी जाएगी।