2017 को जाते जाते मसूरी और मसूरी के लोगों को एक अच्छी यादगार दे गया। 31 दिसंबर की शाम को शहर में पुलिस के बेहतरीन तालमेल और इंतजामों के चलते मसूरी वासी और यहां आये पर्यटक साल की आखिरी शाम का लुत्फ उठा सके। सीजन के समय ट्रैफिक जाम और बदहाल व्यवस्थाओं को लिये मशहूर हो चुके मसूरी के लिये ये मौका पिछले दस सालों के न्यू ईयर ईव से बेहतर रहा।
न्यूजपोस्ट से बात करते हुए डीआईजी ट्रैफिक केवल खुराना ने बताया कि, “इस बार देहरादून और मसूरी में पीएसी की एक कंपनी तैनात की गई थी। इसके साथ ही सिटी पेट्रोल युनिट की चार टीमें भी लगाई गई थीं। सभी थानों और चौकियों को सड़कों पर यातायात और हुड़दंगियों पर नज़र रखने के निर्देश दिये गये थे।”
मसूरी के सभी एंट्री और एक्सिट प्वाइंट पर प्रशिक्षित पुलिस बल की तैनाती और साथ साथ शहर की तंग गलियों और अन्य इलाकों में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती ने ये सुनिशतचित किया कि शहर में जश्न के माहौल में भंग न डले।
खुराना ने बताया कि, “31 तारीख से चार दिन पहले ही हमने देहरादून और यहां से आगे जाने वाले रास्तों पर शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के लिये चैकिंग शुरू कर दी थी। इसके चलते भी शराब पीकर गाड़ी चलाने की घटनाओं में कमी आई।”
इस बार नये साल की सुबह में मसूरी में ट्रैफिक जाम और हुड़दंग की खबरें सुर्खियां नहीं बन सकी। इसके पीछे कारण रहा सैकड़ों पुलिस कर्मियों और अधिकारियों का घंटों शहर की सड़कों और अन्य इलाकों में मुस्तैदी से मौजूद रहना। इस बात की तस्दीक मसूरी में सालों से रहने वाले लोगों ने भी की। मसूरी निवासी रजत अग्रवाल का कहना है कि, “इतने सालों में ये पहला मौका था जब मसूरी में इतनी बेहतरीन ट्रैफिक व्यवस्था देखने को मिली। हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले दिनों में भी मसूरी में इस तरह के इंतजाम देखने को मिलेंगे।”