कोरोना वायरस से बचाव के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले यहां के मुख्य पुजारी ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी और उनके कुछ सहयोगियों को क्वारंटाइन किया जा सकता है। प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है।
बदरीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को सुबह साढ़े चार बजे खुलने हैं। प्रशासन ने मंदिर प्रबंधन से मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी और उनके साथ आने वाले नायब रावल और सेवकों के लिए कोरोना से बचाव के लिए उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी मांगी है। प्रशासन ने मंदिर प्रबंधन से उन्हें क्वारंटाइन अवधि के अनुसार 14 दिन पहले जिले में पहुंचने को कहा है।मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी केरल में रहते हैं।
चमोली पहुंचने पर प्रशासन उन्हें, नायब रावल व अन्य लोगों को क्वारंटाइन पर रखेगा। मंदिर प्रबंधन से रावल व अन्य लोगों को 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लॉकडाउन के तत्काल बाद जिले में बुलाने को कहा गया है।
बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन उनियाल का कहना है कि मुख्य पुजारी रावल जी के आगमन को लेकर उप जिलाधिकारी से वार्ता की गई है। प्रशासन के आदेशानुसार सभी प्रक्रिया पूरी की जाएंगी। इस संबंध में जिला अधिकारी स्वाति एस भदौरिया का कहना है कि बदरीनाथ मंदिर प्रबंधन समिति से इस पर वार्ता की जाएगी। बातचीत के दौरान क्वारंटाइन व अन्य दिशा-निर्देशों को तय किया जाएगा।