देहरादून जिला जेल के छह कैदियों को कोरोना, नैनीताल जिला जेल कंटेनमेंट जोन घोषित

0
710
देहरादून में लगातार कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या ने शासन प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। देहरादून की जिला जेल में एक बैरक में रहने वाले 6 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे जेल के कैदियों के साथ प्रशासन की मुसीबत बढ़ने लगी है। पूरी जेल को सेनेटाइज कराया गया है।
बैरक में रहने वाले सभी 85 कैदियों के सैम्पल लिये गए हैं। इनमें से 46 की रिपोर्ट आई है। 40 निगेटिव और 6 पॉजिटिव मिले हैं जबकि 39 की रिपोर्ट अभी आनी है। पॉजिटिव निकले कैदियों का कोविड 19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल दून मेडिकल कॉलेज में उपचार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार बैरक में रहने वाले सभी लोगों सुरक्षा के लिहाज से शिफ्टिंग किया जा रहा है।
नैनीताल जिला जेल कंटेनमेंट जोन घोषित
 नैनीताल जिला कारागार में बंद चार बंदियों में शुक्रवार शाम कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने यहां से कोरोना ग्रस्त बंदियों को कोविड समर्पित सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज भेज दिया। साथ ही जिला कारागार को ‘कंटेनमेंट जोन’ घोषित कर यहां नये विचाराधीन बंदियों के आने एवं यहां से बंदियों के बाहर जाने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि नैनीताल जिला कारागार को नैनीताल जनपद के साथ ही उधमसिंह नगर जनपद के ‘कोरोना प्रिवेंटिव डिटेंशन सेंटर’ के रूप में उपयोग किया जा रहा था। इसके अंतर्गत दोनों जनपदों में किसी भी अपराध में जेल भेजे जा रहे विचाराधीन बंदियों को 14 दिन  रखा जा रहा था।  इस बीच कोरोना की जांच करने के उपरांत और जांच में कोरोना न निकलने पर अन्य जेलों में भेजा जा रहा था। मगर अब ऐसा नहीं होगा।
उल्लेखनीय है कि जिला कारागार में बंद बाजपुर थाने से संबंधित बलात्कार, जान से मारने के प्रयास एवं अन्य आरोपों में बंद 21, 29 व 30 वर्ष की उम्र के तीन एवं रामनगर थाने से संबंधित हत्या एवं अन्य आरोपों में बंद एक 24 वर्षीय बंदी में कोरोना की पुष्टि हुई है। एसडीएम विनोद कुमार ने नैनीताल जिला कारागार के कंटेनमेंट जोन घोषित करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यहां आवाजाही पूरी तरह से बंद की जा रही है। साथ ही  नैनीताल जेल को सेनेटाइज किया गया। चिकित्सकों ने यहां बरती जाने वाली सावधानी के लिए पूर्वाभ्यास किया।