चमोली जिले के गैरसैंण ब्लॉक के पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज को जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में आइसोलेट कर उपचार शुरू कर दिया गया है। साथ ही उसके साथ गांव लौटे पत्नी, दो बच्चों और बहन सहित 12 लोगों को गैरसैंण में संस्थागत एकांतवास में रखा गया है।
यह व्यक्ति 15 मई को अपने परिवार के साथ गुजरात के सूरत से दिल्ली होते हुए चमोली लौटा था। जांच में वह स्वस्थ पाया गया था। 17 मई को सीने में दर्द की शिकायत पर उसका का सैंपल जांच के लिये भेजा। सोमवार देर शाम उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
तहसीलदार राकेश पल्लव ने बताया कि मंगलवार को मरीज की पत्नी, दो बच्चों व बहन के साथ ही सम्पर्क में आये अन्य आठ लोगों को एकांतवास केंद्र में रखा गया है। चिकित्सक सभी की जांच कर रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी केके सिंह का कहना है कि इस व्यक्ति को कोरोना होने की पुष्टि हुई है पर बीमारी का कोई लक्षण अभी नजर नहीं आ रहा। उसका उपचार किया जा रहा है। सम्पर्क में आये लोगों की जांच की जा रही है। इस बीच जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कोरोना पाॅजेटिव मरीज के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को ट्रैस कर मेडिकल जांच करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र से उत्तरकाशी पहुंचे एक व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। यह व्यक्ति जिस बस आया उसमें चमोली के भी चार लोग थे। उन्होंने सीएमओ को निर्देशित किया कि कोरोना पाॅजेटिव मरीज के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को ट्रैस कर मेडिकल जांच कर एकांतवास में निगरानी पर रखा जाए। बस के चालक को भी संबंधित राज्य में एकांतवास कराया जाए।