पिथौरागढ़, जून से शुरू होने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा पर कोरोना वायरस के कहर से संकट के बादल मंडराने लगे हैं। हर साल हजारों भारतीय तीर्थयात्री दर्शन के लिए चीन जाते हैं। यह यात्रा उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रा और सिक्किम से शुरू होती है।
कोरोना वायरस की विश्वव्यापी भयावहता ने यात्रा आयोजकों की चिंता बढ़ा दी है। कैलाश मानसरोवर यात्रा की नोडल एजेंसी कुमाऊं मंडल विकास निगम है। हालांकि उसने यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी है। निगम के अध्यक्ष केदार जोशी का कहना है कि अगर मानसरोवर यात्रा स्थगित या रद होती है तो ‘आदि कैलाश’ की यात्रा संचालित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि लिपुलेख दर्रे से कैलाश-मानसरोवर तक की यात्रा को बेहद दुर्गम माना जाता है।