देहरादून। गर्भवती महिलाओं के लिए राहतभरी खबर है। सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में उनके लिए मातृ एवं शिशु देखभाल का एक विकल्प और खुल गया है। महात्मा गांधी नेत्र चिकित्सालय में प्रसव सुविधा शुरू हो गई है। जबकि अस्पताल में सिजेरियन भी जल्द शुरू होने जा रहे हैं।
डालनवाला में स्थित महात्मा गांधी नेत्र चिकित्सालय को कोरोनेशन अस्पताल के साथ मर्ज कर जिला अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। 18 मई को स्वास्थ्य सचिव नितीश झा ने अस्पताल का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को इस बावत दिशा निर्देश दिए थे। जिसके बाद अस्पताल में तमाम सुविधाएं जुटा ली गई हैं। यहां नेत्र के अलावा स्त्री एवं प्रसूति रोग, फिजीशियन, बाल रोग, चर्म रोग व फिजियोथेरेपिस्ट की भी नियुक्ति की गई है। जिसका असल अस्पताल की ओपीडी पर भी दिख रहा है। अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीसी रमोला ने बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि अस्पताल में प्रसव सुविधा शुरू कर दी गई है। गत माह अस्पताल में 94 मोतियाबिंद के ऑपरेशन हुए। जुलाई में नेत्र के अलावा मातृ एवं शिशु रोग व अन्य बीमारियों के कुल 4139 मरीजों का उपचार किया गया। वहीं अस्पताल में अब फिजियोथैरेपी, अल्ट्रासाउंड, टीकाकरण, पैथोलॉजी आदि की भी सुविधाएं हैं। वहीं हंस फाउंडेशन ने नेत्र विभाग को कई अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए हैं। जिनका लाभ मरीजों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल के स्टाफ का तन व मन स्वस्थ रहे उसके लिए प्रतिदिन सुबह पंद्रह मिनट के लिए फिटनेस एक्सरसाइज भी शुरू की है।