‘मी टू’ अभियान के तहत महिला पत्रकार ने लगाया है यौन प्रताड़ना का आरोप
केंद्रीय मंत्री और पूर्व पत्रकार एमजे अकबर द्वारा पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि मामले की सुनवाई आज नहीं होगी। इस मामले पर पटियाला हाउस कोर्ट अब 18 अक्टूबर को सुनवाई करेगा। पहले ये सुनवाई आज होनी थी।
एमजे अकबर ने पिछले 15 अक्टूबर को प्रिया रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था। उन्होंने प्रिया रमानी द्वारा अपने खिलाफ यौन प्रताड़ना का आरोप लगाने के बाद ये आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है।
एमजे अकबर ने अपनी याचिका में कहा है कि इनके आरोप बहुत पुराने हैं| उस समय के बाद तक उन लोगों ने साथ ही काम किया था। इसका मतलब साफ है कि उन्हें कोई परेशानी नहीं थी। अपने खिलाफ लगे आरोपों को उन्होंने बेबुनियाद बताया है। याचिका में एमजे अकबर ने कहा है कि प्रिया रमानी के खिलाफ अपराध प्रक्रिया संहिता के मुताबिक मुकदमा चलाया जाए।
एमजे अकबर के खिलाफ यौन प्रताड़ना का आरोप सबसे पहले प्रिया रमानी ने ही लगाया था। उसके बाद कई महिला पत्रकारों ने मीटू अभियान के तहत एमजे अकबर के खिलाफ यौन प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं। इन आरोपों की वजह से राजनीतिक पारा काफी ऊपर हो गया और एमजे अकबर पर केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया था। लेकिन एमजे अकबर ने इस्तीफा देने की बजाय कानूनी लड़ाई लड़ने का फैसला किया है।