देश पर कुर्बान: प्रदीप रावत की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

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(ऋषिकेश), 2 महीने में सीमाओं की रक्षा करते हुए ऋषिकेश के तीन जांबाज सिपाहियों ने अपने सीने पर गोली खाकर भारत मां की आन बान और शान के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। अगर सीमाएं सुरक्षित हैं तो देश सुरक्षित है यही जज्बा आज हजारों की संख्या में उमड़े जन सैलाब ने शहीद प्रदीप रावत की अंतिम यात्रा में उपस्थित होकर दर्शा दिया कि भारत मां के लाल का बलिदान याद करेगा हिंदुस्तान, मुनि की रेती के पूर्णानंद गंगा घाट पर शहीद प्रदीप रावत के अंतिम दर्शनों के लिए उमड़ा लोगो का जन सैलाब क्या बच्चे क्या बूढ़े क्या जवान और क्या महिलाएं सभी अंतिम विदाई में अपने श्रद्धा सुमन को व्यक्त करते हुए नजर आए सेना के जवानों ने भी सेना की ओर से शहीद को 3 राउंड फायरिंग करके बंदूकों की सलामी।

बीते रोज जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में शहीद हुए तीर्थनगरी के वीर सपूत प्रदीप रावत की मुनि की रेती स्थित पूर्णानंद गंगा घाट पर उनके चचेरे भाई कुलदीप रावत ने मुखाग्नि देकर अंत्येष्टि की। इस दौरान सेना के आटलरी ब्रिगेड के जवानों ने तीन राउंड फायरिंग करके शहीद को बंदूकों की अंतिम सलामी दी।परिजनों ने बताया कि, “बीते रोज जम्मू कश्मीर के उड़ी सेक्टर में 28 वर्षिय प्रदीप रावत सीमा पर शहीद हो गए थे जो चौथी गढ़वाल राइफल में राइफल मैन के पद पर तैनात थे, प्रदीप रावत 2017 मार्च को सहारनपुर के सरसावा से जम्मू कश्मीर में पोस्टिंग पर गए थे।”

तीन बहनों के अकेले भाई प्रदीप रावत की शहादत की खबर से तीर्थ नगरी में सन्नाटा छा गया, प्रदीप रावत के पिता कुँवर सिंह रावत भी सेना से नायब सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त है। वही चाचा व परिवार के अन्य पुरुष सदस्य भी सेना से सम्बंध रखते हैं, जबकि माँ, बहने व 8 माह की गर्भवती पत्नी रह रह कर बेहोश हो रही थी। सुबह शहीद प्रदीप रावत के पार्थिव शरीर को कंधों पर लेकर जब सेना के जवान चले तो हर किसी की आंख भर आई और चारो और पाकिस्तान मुर्दाबाद व भारत जिंदाबाद के नारे लगने लगे। सेना के कंधों पर तिरंगे में लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर को अपार जन सैलाब ने दुखी मन से अंतिम विदाई दी, घर से अंत्येष्टि स्थल तक हजारों की संख्या में लोग शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल होकर जवानो के परिजनों के दुख के साक्षी बने।

इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूरी, राजपाल खरोला भी मुनि की रेती स्थित पूर्णानंद घाट पर पहुँचे और शहीद प्रदीप रावत को अंतिम श्रद्धांजलि दी।