मारपीट, हंगामे, आंदोलन और चुनावी शोर डीएवी की पहचान बन चुके हैं, लेकिन सिक्के के दूसरे पहलू पर गौर करें तो डीएवी पीजी कॉलेज से निकले छात्र आज भी देश और दुनिया में अपनी प्रतिभा का डंका बजा रहे हैं। तमाम हंगामों के बीच कॉलेज का अपना एक गौरवांवित करने वाला इतिहास भी रहा है। डीएवी संस्थान ने न सिर्फ देश को कई आईएएस, पीसीएस दिए बल्कि कई देशों को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक समर्पित किए। इसी कड़ी में एक नाम ओर जुड़ने वाला है। भारत के प्रथम नागरिक यानि राष्ट्रपति के रूप में डीएवी के छात्र रहे रामनाथ कोविंद इस गौरवांवित इतिहास का हिस्सा बनेंगे।
डीएवी पीजी कॉलेज से शिक्षा लेकर देश और दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वालों की फेहरिस्त में एक और नाम जुड़ गया है। डीएवी पीजी कॉलेज कानपुर से शिक्षा प्राप्त करने वाले और बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को भाजपा द्वारा भारत ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी बनाया गया है। उनकी इस उपलब्धि पर डीएवी संस्थानों में हर्ष की लहर है। बिहार के राज्यपाल कोविंद को भारत के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने पर डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डा. देवेंद्र भसीन ने संस्थान के लिए गौरव का विषय बताया। उन्होंने कहा कि इससे डीएवी परिवार अपने को गौरवान्वित अनुभव कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल कोविंद ने डीएवी पीजी कॉलेज कानपुर से विधि स्नातक उत्तीर्ण की। वे डीएवी कॉलेज परिवार के सदस्य हैं और हम सभी स्वयं को गौरवान्वित अनुभव कर रहे हैं। डीएवी कॉलेज कानपुर व डीएवी कॉलेज देहरादून एक ही संस्थान के अंग हैं। कोविंद का राष्ट्रपति पद के लिये उम्मीदवार बनाया जाना डीएवी परिवार के सभी सदस्यों को एक नई उर्जा और प्रेरणा देगा।
यह पहली बार नहीं है कि कॉलेज के छात्र ने इस प्रकार की उपलब्धि हासिल की है। डीएवी पीजी कॉलेज इससे पहले देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी चमक बिखेर चुका है। इससे पहले कॉलेज मॉरिशस के राष्ट्रपति, नेपाल के प्रधानमंत्री, थल सेना अध्यक्ष और न जाने कितने आईएएस और पीसीएस अधिकारी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं।
डीएवी पीजी कॉलेज,देहरादून के प्राचार्य डॉ देवेंद्र भसीन ने कहा कि डीएवी का अपना एक स्वर्णिम इतिहास रहा है। यह गौरव की बात है कि डीएवी संस्थान से राष्ट्रपति जैसे संम्मानित पद के लिए कॉलेज के पूर्व छात्र को चुना गया। इससे मौजूदा छात्रों को प्रेरणा मिलेगी।
वहीं, डीएवी पीजी कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंशुल चावला ने कहा कि कॉलेज इससे पहले कई बड़ी हस्तियों को समाज के लिए समर्पित कर चुका है। विदेशों में तो पहले ही राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे पदों पर कॉलेज के पूर्व छात्र अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। अब विश्व के सबसे बड़े गणराज्य भारत के राष्ट्रपति पद का जिम्मा मिलना अपने आप में उपलब्धि होगी।