फर्जी संतों को लेकर कई दिनों से विवाद चल रहा था। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने जो आज फर्जी संतों की सूची जारी की है, उससे संत समाज में हर्ष का माहौल है।
विश्व सनातन परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत सुरेन्द्रनाथ अवधूत, भारत साधु समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, स्वामी कृष्णानंद, स्वामी रामस्वरूप, मुखिया महंत भगतराम, निर्मल अखाड़े के सचिव महंत बलवंत सिंह, महंत रविन्द्र पुरी, महंत रामानंद पुरी, महंत मोहनदास, स्वामी ऋषिश्वरानंद, स्वामी ऋषिरामकृष्ण, महंत रंजय सिंह, महंत साधनानंद सहित कई संत महंतांे ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा फर्जी संतों पर जो सख्त कार्यवाही का निर्णय लिया है सभी संत महंतों ने इसका स्वागत करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि, राष्ट्रीय महामंत्री महंत हरि गिरि, राष्ट्रीय प्रवक्ता महंत मोहनदास महाराज को सभी संत महंतों ने बधाई देते हुए कहा कि पहली बार अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने फर्जी संतो के खिलाफ जो कदम उठाया है।
संतों महंतों ने अध्यक्ष श्री महंत नरेन्द्र गिरि को बधाई देते हुए कहा कि देश में जो इस समय फर्जी संतों महंतो ंने जो देश में घृणित कार्य करके संत समाज को बदनाम किया है। वह अपने आप में एक बहुत ही शर्मशार करने वाली घटना है। चाहे इसमें आशाराम बापू हो या राम रहीम हो या रामपाल हो या भीष्मानंद हो या निर्मल बाबा हो जो भी फर्जी बाबा या अपने आपको संत बताने वाला संत समाज की मर्यादा को भंग करेगा उसे समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं।
महंत सुरेन्द्रनाथ अवधूत ने कहा कि पूरे देश में संतों को भगत भगवान का स्वरूप मानते हैं पर इन फर्जी बाबाओं ने भक्तों के साथ खिलवाड़ करके संत समाज की गरिमा को गिराया है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ऐसे फर्जी बाबाओं और फर्जी संत अपने आपको बताने वालों को समाज कभी माफ नहीं करेगा।
स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने फर्जी बाबाओं पर नकेल डालने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद को बधाई देते हुए कहा कि अध्यक्ष श्री महंत नरेन्द्र गिरि महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि द्वारा जो अखाड़ा परिषद की बैठक में फर्जी संतो के खिलाफ निर्णय लिया गया है। उसका समस्त संत समाज स्वागत करता है। पहली बार अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इतना बड़ा अहम फैसला लेकर देश में फर्जी बाबाओं के खिलाफ अभियान चलाकर एक मिसाल कायम की है जिसे संत समाज कभी भुला नहीं सकता।
दक्षिण काली पीठाधीश्वर म.म. स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने भी अखाड़ा परिषद के निर्णय को सर्वोपरि बताते हुए अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि, महामंत्री श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि को बधाई देते हुए कहा कि पहली बार अखाड़ा परिषद ने इतना बड़ा निर्णय फर्जी संतों के खिलाफ जो लिया है, वह स्वागत योग्य हैं।
स्वामी कृष्णानंद स्वामी रामस्वरूप महाराज ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के निर्णय को बहुत ही महत्वपूर्ण बताते हुए अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि, राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरि को बधाई का पात्र बताया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के निर्णय का सभी संत महंतों ने स्वागत किया। स्वागत करने वालों मंे म.म. स्वामी कपिल मुनि, स्वामी श्यामसुन्दरदास शास्त्री, स्वामी गोपाल मुनि, भारत साधु समाज के पंजाब जम्मू प्रान्त के अध्यक्ष स्वामी महादेव महाराज, महंत मोहनदास रामायणी, स्वामी चिद्विलासानंद, श्रीमहंत विनोद गिरि, महंत साधनानंद, स्वामी शिवानंद भारती, महंत भगवानदास, महंत विष्णुदास, महंत रघुवीर दास, महंत श्याम प्रकाश, महंत प्रेमदास सहित सभी संत महंतों ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा फर्जी बाबाओं और फर्जी महंतों पर की गई कार्यवाही का स्वागत करते हुए पूरी अखाड़ा परिषद टीम को बधाई दी।