देहरादून में 57 पक्षी मृत मिले, बर्ड फ्लू की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में : रेखा आर्य

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बर्ड फ्लू
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बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे के बीच मंगलवार को राजधानी देहरादून में 57 पक्षी मृत मिले। जांच के लिए अब तक आठ सैम्पल प्रयोगशाला भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हाई अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून वन प्रभाग के डीएफओ और नोडल अधिकारी राजीव धीमान ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि देहरादून में कुल 57 पक्षी मंगलवार को भंडारी बाग सहित अलग-अलग क्षेत्रों से मृत मिले हैं। इनमें 4 बकुला, 9 कबूतर और 44 कौआ शामिल हैं । अभी तक कुल 8 सैम्पल जांच के लिए बरेली और भोपाल भेजे गए हैं। भोपाल स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान से देहरादून की एक रिपोर्ट सोमवार को पॉजिटिव आई। उन्होंने बताया कि सात सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। विभाग आपस में समन्वय बनाकर काम कर रहा है। सूचना मिलते ही मृत पक्षियों को सैंपलिंग से लेकर दफनाने का कार्य किया जा रहा हैं।
उन्होंने बताया कि पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद सभी विभागों को हाई अलर्ट कर दिया गया है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वो प्रवासी पक्षी और पोल्ट्री फार्म पर पैनी निगाह रखें। किसी भी पक्षी में बीमारी के लक्षण नजर आने पर तत्काल सूचित किया जाए।
– राज्य का पोल्ट्री फार्म सेक्टर फिलहाल बर्ड फ्लू से पूरी तरह सुरक्षित
– मंत्री रेखा आर्य ने की राज्य में बर्ड फ्लू के हालात की समीक्षा
उत्तराखंड की महिला कल्याण एवं बाल विकास, पशुपालन, भेड़ एवं बकरी पालन, चारा एवं चरागाह विकास एवं मत्स्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश में बर्ड फ्लू की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। बर्ड फ्लू से डरने, घबराने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि सतर्क और जागरूक बनने की जरूरत है। फिलहाल राज्य में पोल्ट्री सेक्टर में बर्ड फ्लू नहीं पाया गया है। पोल्ट्री सेक्टर अभी अपने आप में पूर्णतया सुरक्षित है।
उन्होंने बताया कि बर्ड फ्लू संक्रमण के नियंत्रण के लिए आज राज्यस्तरीय और जनपदस्तरीय समिति का गठन किया गया। राज्यस्तरीय समिति के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त उत्तराखंड शासन और जनपद स्तरीय समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी होंगे।
पोल्ट्री सेक्टर को पूरी तरह से निगरानी में रखा गया है तथा हाई अलर्ट जारी किया गया है। किसी भी प्रकार की मुर्गियों, इत्यादि में किसी भी प्रकार की बीमारी अथवा संक्रमण होने पर नोटिस देकर उसे तुरन्त लैब में भेजने के साथ-साथ अन्य मुर्गियों से दूरी बनाने के कड़े निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।
उत्तराखंड राज्य में जितने भी पोल्ट्री फार्म है, वहां पर किसी भी प्रकार का कोई संक्रमण नहीं है लेकिन गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल में यदि कोई नेचुरल डेथ हुई है तो उसकी सैम्पलिंग करते हुए बरेली भेजा गया है। फिलहाल उसकी रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। बर्ड फ्लू अभी जंगली पक्षियों में ही पाया गया है।
उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में निर्देश दिया गया कि 14 जनवरी को पोल्ट्री सेक्टर के किसानों और वैज्ञानिक, विषय विशेषज्ञ के साथ गोष्ठी का आयोजन किया जाए। जन जागरूकता के लिए एडवाइजरी, पंफलेट और सोशल मीडिया का उपयोग किया जाए। ड्यूटी पर लगे कार्मिकों को पीपीई किट उपलब्ध कराई जाए। पीपीई किट के लिए शासन से आकस्मिक निधि में दस लाख रुपये की अतिरिक्त मांग की जाए।