दीपावली के उल्लास में डूबा उत्तराखंड

    0
    762

    पूरा राज्य दीपोत्सव के उल्लास में डूबा नजर आ रहा है। समूचा राज्य रोशनी से जगमग है तो बाजार पूरी तरह पैक। दून में दीपावली का रंग यूं तो धनतेरस से परवान चढ़ गया था, लेकिन बुधवार को यह और गहरा नजर आया। छोटी दीपावली पर बुधवार को खरीदारी के लिए मुख्य बाजारों में भीड़ उमड़ी रही।

    शाम के वक्त तो पलटन बाजार समेत अन्य स्थानों पर लोगों को पैर रखने तक की जगह नहीं थी। लोगों ने दीपावली के लिए पारंपरिक खील-बताशे व खिलौनों के साथ ही मिष्ठान, आतिशबाजी और सजावटी सामान की दुकानों में भीड़ उमड़ी रही। आलम ये था कि सुबह से ही उपहार और मिठाई देकर एक दूसरे को शुभकामनाएं देने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।

    महिलाएं पूजन की सामग्री खरीद रही हैं। गेंदा और कमल के फूलों की भी बंपर बिक्री से पुष्प विक्रेताओं के चेहरे भी खिले हैं। गेंदे से जहां लोग घर और प्रतिष्ठान सजा रहे हैं तो कमल के फूल से लक्ष्मी पूजन। दीपावली की उमंग रूपी ज्योत सोशल मीडिया पर भी खूब प्रज्वलित हो रही है। लोग एक दूसरे को ई-ग्रीटिंग पोस्ट कर शुभकामनाएं दे रहे हैं।

    मिठाई से कर रहे परहेज
    दीपावली का उल्लास तो ही, साथ ही इस बी लोगों को मिठाई में मिलावट का भय सता रहा है। यहीं कारण है कि वह मिठाई के बजाए ड्राई फ्रूट्स को ही वरीयता दे रहे हैं। खरीदार मनोज सिंह ने बताया कि जगह-जगह से नकली मावा पकड़े जाने की खबरें आ रही है। ऐसे में मिठाई त्यौहार का मजा न खराब कर दे, इसलिए ड्राई फ्रूट्स ही रिश्तेदार और परिचितों को दे रहे हैं। व्यापारी प्रमोद अरोरा के मुताबिक नमकीन, बिस्कुट और चॉकलेट के गिफ्ट पैक की डिमांड पिछले सालों के मुकाबले बढ़ी है।

    दीपावली की जगमग के लिए तरह-तरह की फैंसी लाइट, लड़ियों के लिए दुकानों पर लोगों का जमावड़ा रहा। खास बात ये है कि ग्राहक खुद भारत में निर्मित उत्पाद मांग रहा है। चाहे कुछ पैसा अधिक भी खर्चना पड़े, लेकिन लोग चाइनीज आइटम से किनारा कर रहे हैं। व्यापारी वीरेंद्र भारद्वाज ने बताया कि भारत में निर्मित उत्पादों की कोई कमी नहीं है।

    सूर्यास्त होने के बाद प्रदोष काल के दौरान स्थिर लग्न में माता लक्ष्मी की पूजा करें। क्योंकि स्थिर लग्न में ही माता लक्ष्मी की पूजा करना अच्छा माना गया है। स्थिर लग्न के बारे में ज्योतिष में ऐसा बताया गया है कि वृषभ लग्न का काल ही स्थिर लग्न है। लक्ष्मी पूजा और दीया जलाने का शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं।

    लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त:
    शाम 7.11 बजे से 8.16 तक
    प्रदोषकाल- शाम 5.43 से 8.16 तक
    दिवाली 2017 शुभ मुहूर्त
    वृषभ काल (स्थिर लग्न)- शाम 7.11 से 9.6 रात्रि तक
    अमावस्या तिथि शुरू- 00.13 (18-19 अक्टूबर)
    अमावस्या तिथि समाप्त- 00.41 (19-20 अक्टूबर)