दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस (02017 अप) के सी-5 कोच में डोईवाला के निकट कांसरो वन रेंज के जंगल में शनिवार दोपहर भीषण आग लग गई। हालांकि इस हादसे में सभी यात्री सुरक्षित हैं। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने इसकी पुष्टि की है।
आग की लपटें देखकर कोच के यात्रियों में हड़कंप मच गया। उन्होंने चेन खींचकर लोको पायलट को हादसे की सूचना दी। लोको पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को जंगल में रोक दिया। इसके बाद कोच को खाली करवा कर ट्रेन से अलग कर अन्य डिब्बों को सुरक्षित किया गया। यह हादसा अपराह्न 12:20 बजे हुआ।
कांसरो वन रेंज अधिकारी आरपी नौटियाल का कहना है कि जहां पर यह हादसा हुआ, वहां सिर्फ वन विभाग की चौकी है। सूचना पाकर वन विभाग के कर्मचारी अपने संसाधनों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने आग बुझाने की कोशिश की मगर तब तक बोगी राख हो गई। रेंज अधिकारी आरपी नौटियाल ने बताया कि किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। हादसे के तुरंत बाद रेल लाइन की पावर सप्लाई काट दी गई।आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। यह स्थान राजाजी टाइगर रिजर्व का सघन वन क्षेत्र है। यहां सड़क मार्ग से भी पहुंच आसान नहीं है।