देहरादून, गर्भवती महिलाओं को यात्रा के समय प्रसव व पीड़ा की परेशानी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने ट्रेनों में महिलाओं के लिए प्रसव किट रखने का निर्णय लिया है। इसी के तर्ज पर अब उत्तराखण्ड सरकार से भी बसों में गर्भवती महिलाओं के लिए इस प्रकार की सुविधा लागू करने की मांग की गई है। यह जानकारी उत्तराखण्ड रत्न से समानित ग्रामीण विकास समिति के अध्यक्ष कुंवर सिंह ने दी जिन्होंने प्रदेश सरकार से ऐसी मांग रखी है।
ग्रामीण विकास समिति के अध्यक्ष कुंवर सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि रेल और बस में यात्रा के दौरान गर्भवती महिलाओं को सुविधा को लेकर वर्षों से समिति प्रयासरत थी। इसी क्रम में समिति की ओर से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को 25 जुलाई 2018 को एक पत्र भेजा गया था। इस पत्र पर राष्ट्रपति की ओर से रेल मंत्रालय व स्वास्थ्य विभाग को विशेष रूप से इस विषय पर संज्ञान लेने को कहा गया, जिस पर रेल संयुक्त निदेशक (स्वास्थ्य) रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों में मेडिकल बाक्स में प्रसव किट को अनिवार्य रूप से रखने का निर्णय लिया है। इस सन्दर्भ में रेलवे बोर्ड व मंत्रालय की ओर से ग्रामीण विकास समिति को 27 मई 2019 को एक पत्र भेजकर जानकारी दी गई है।
वहीं समिति के अध्यक्ष कुंवर सिंह का कहना है कि जनहित में रेलवे ने जिस प्रकार से विषय को गंभीरता से लेते हुए सही निर्णय लिया है। उसी प्रकार अब प्रदेश की सरकार भी बसों में महिला और शिशु की आपातकालीन प्रसव की सुविधा को लागू करे।