एनसीइआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने को विभाग सख्त

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विकासनगर। नए शिक्षा सत्र से सभी विद्यालयों में एनसीइआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है। जहां एक ओर इन दिनों विभाग के उच्चाधिकारी पाठ्य पुस्तकों के प्रकाशन को लेकर युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर निजी शिक्षण संचालकों को पाठ्यक्रम लागू करने के लिए कड़े निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
शनिवार को सहसपुर के खंड शिक्षाधिकारी पंकज शर्मा ने निजी शिक्षण संस्थानों के संस्थाध्यक्षों की बैठक लेकर उन्हें पाठ्यक्रम की जानकारी मुहैया कराने के साथ ही पाठ्यक्रम लागू करने व शिक्षा का अधिकार अधिनियम का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। बीईओ ने बताया कि एनसीइआरटी के पाठ्यक्रम को लागू करने से हीलाहवाली करने वाले शिक्षण संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बीईओ शर्मा ने कहा कि प्रदेश में एक समान व समावेशी शिक्षा व्यवस्था लागू करने के लिए शासकीय, अशासकीय व निजी शिक्षण संस्थानों में एनसीआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने का निर्णय लिया गया है। सरकार की कवायद का उद्देश्य सभी छात्रों को शिक्षा का समान अवसर मुहैया कराना है। साथ ही इससे सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के शैक्षिक स्तर में बढ़ रही दूरी भी कम होगी। एक जैसा पाठ्यक्रम लागू होने से अभिभावकों पर भी आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा। साथ ही शिक्षण संस्थान प्रत्येक वर्ष पाठ्यक्रम में बदलाव नहीं ला सकते हैं। इसके साथ ही कक्षावार पाठ्यक्रम में भी जुड़ाव रहेगा। उन्होंने सभी निजी शिक्षण संस्थान के संस्थाध्यक्षों को एनसीआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने का निर्देश देते हुए कहा कि विभागीय नियम की अवहेलना करने वाले संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का प्रावधान भी रखा गया है। इसके साथ ही बैठक में पाठ्य पुस्तक व ड्रेस लेने के लिए विद्यालय द्वारा दुकान नियत नहीं किए जाने, पीटीए का गठन कर अभिभावकों से लगातार संवाद बनाने व छात्र-छात्राओं पर उत्पीड़नात्मक कार्रवाई नहीं करने पर भी चर्चा की गई। इस दौरान माशूक अली, विनोद भट्ट, विनीता, संजय सिंह, लक्ष्मी, गुंजन, हिमांशु, संदीप कुमार, किरन, सुमन सिंह, दिनेश आदि मौजूद रहे।