उत्तराखंड लौटे प्रवासियों ने एकांतवास तोड़ा तो खैर नहींः डीजीपी

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उत्तराखंड
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने दूसरे राज्यों से उत्तराखंड लौटे लोगों से एकांतवास के नियमों का पालन करने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य की जनता से भी अपील की कि बाहरी राज्यों से लौटने के बाद एकांतवास में बांडेड किए गए लोग अगर बाहर घूमते दिखें तो इसकी सूचना 112 नम्बर पर दें। उन्होंने चेतावनी दी अगर एकांतवास का उल्लंघन कर कोई भी व्यक्ति इधर-उधर घूमता मिला तो उसके खिलाफ डिजास्टर मैनेजमेंट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
– उल्लंघन करने वालों की सूचना डायल 112 पर देने की जनता से अपील
– एकांतवास का उल्लंघन करने पर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि कोरोना की महामारी से समस्त देश, प्रदेश एवं विश्व इस समय जूझ रहा है। उत्तराखंड में भी आप सबके सहयोग से इस महामारी की बीमारी को नियंत्रण में रखने के हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। मौजूदा समय में दूसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंड के लोगों को राज्य में वापस लाने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। बड़ी संख्या में प्रवासी अपने गांव या शहर में वापस आ चुके हैं। जो वापस आने के लिए प्रक्रिया हैं, उसमें एक महत्वपूर्ण बिन्दु गृह एकांतवास का है। उसका मकसद ये है कि वापस आने पर 14 दिन तक गृह एकांतवास में अपने अपने घर पर रहना अनिवार्य है, क्योंकि इससे संक्रमण को फैलने से रोका जाएगा। जो व्यक्ति गृह एकांतवास को गैर जिम्मेदाराना तरीके से तोड़कर बाहर आएगा, उसके विरुद्ध नियमानुसार डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट में कार्रवाई हो सकती है।
डीजीपी रतूड़ी ने अपील की कि जो लोग गृह एकांतवास में हैं, वे 14 दिन अनिवार्य रूप से गृह एकांतवास का विधिवत पालन करें। यदि कहीं कोई व्यक्ति इस नियम का उल्लंघन करता हुआ दिखाई देता है तो कोई भी सामान्य नागरिक पुलिस को डायल 112 के माध्यम से इसकी सूचना दे सकते हैं। डिटेल देते हुए और पुलिस कंट्रोल रूम फिर संबंधित जनपद के थाने और प्रशासन को अवगत कराएगा और नियमानुसार ऐसे लोगों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने कहा कि ये एक बहुत कठिन दौर है। हम सब ये चाहते हैं कि आप का स्वास्थ्य अच्छा रहे । पूरे प्रदेश का स्वास्थ्य अच्छा रहे। हमारे देश और समाज का स्वास्थ्य अच्छा रहे। उसके दृष्टिगत सब लोग इसमें सहयोग करें। टीम भावना से काम करें और एकांतवास का उल्लंघन न करें।