क्यों घट रही नवोदय की प्रतिभा

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गंगोलीहाट-राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, पिथौरागढ़ में इस वर्ष हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाफल में भारी गिरावट आई है। इससे यहां के शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रश्नचिह्न लगने लगे हैं। प्रतिवर्ष एक करोड़ की धनराशि व्यय होने के बाद लचर परीक्षाफल को लेकर अभिभावकों का विश्वास डगमगाने लगा है। हाईस्कूल परीक्षा में उत्त्तीर्ण हुए पांच में से दो छात्रों ने विद्यालय से टीसी काट ली है। परीक्षाफल को लेकर संसदीय कार्यमंत्री, जिलाधिकारी और सीईओ ने स्पष्टीकरण मांगा है।

गंगोलीहाट के राजीव नवोदय विद्यालय मे इस वर्ष हाईस्कूल परीक्षा में 34 बच्चे थे। जिसमें 29 विद्यार्थी अनुतीर्ण हुए हैं। इंटर में 20 बच्चों ने परीक्षा दी थी जिसमें नौ बच्चे फेल हैं। बीते वर्ष भी हाईस्कूल में 37 में से 26 बच्चे अनुतीर्ण हुए थे। इधर परीक्षाफल को लेकर मांगे गए स्पष्टीकरण के बाद विद्यालय में हड़कंप मचा है।

विद्यालय में गणित विषय का स्थायी शिक्षक है। इसके बाद भी गणित में सर्वाधिक बच्चे अनुतीर्ण हैं। यही हाल विज्ञान विषय का भी है। विज्ञान में एक शिक्षक का पद रिक्त चल रहा है । इंटर जीवविज्ञान में मात्र तीन छात्राएं थी। जिसमें एक उत्‌र्त्तीण हुई है उसका कारण भी ट्यूशन पढ़ना था। अधिकांश बच्चों की शिकायत है कि स्थायी शिक्षक प्रतिमाह कई दिनों तक विद्यालय में नहीं रहते हैं। वहीं शिक्षकों की कमी देखते हुए बच्चों को ट्यूशन पढ़ने के लिए कहा गया था।

आवासीय राजीव नवोदय विद्यालय गंगोलीहाट में इस समय 170 विद्यार्थी पढ़ते हैं। जिसमें हाईस्कूल पास किए पांच बच्चों में से दो ने परीक्षाफल देखते हुए टीसी कटवा ली है। अभी अन्य बच्चों के भी टीसी कटवाने की संभावना है। जिस कारण छात्र संख्या घटने के आसार हैं।

विद्यालय में कार्यरत 12 अस्थायी शिक्षकों को समय से मानदेय नहीं मिल पाता है। कभी दो माह बाद तो कभी छह माह, साल भर बाद मानदेय मिलता है। अन्य नवोदय विद्यालयों में मानदेय प्रति वादन 200 से 220 रु पये मिलता है गंगोलीहाट में मानदेय 110-120 रु पये के हिसाब से दिया जाता है। विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा मानदेय बढ़ाने की संस्तुति तक नहीं की जाती है।

वर्ष 2010 में सबको शिक्षा अधिकार के तहत सूचना मांगी गई थी। जिस पर वर्ष 2010 -11 में बच्चों को लाटरी सिस्टम से प्रवेश दिया गया था। लाटरी सिस्टम से जिन बच्चों का नाम निकला उन्हें प्रवेश देना पड़ा। नवोदय विद्यालयों में प्रवेश परीक्षा ली जाती है प्रतिभावान बच्चों को प्रवेश मिलता है। इस वर्ष हाईस्कूल परीक्षा देने वाले बच्चे लाटरी सिस्टम से प्रवेश पाए थे। इसके बाद भी अंग्रेजी ,हिंदी और सामाजिक विज्ञान में शत प्रतिशत परिणाम निकला है।

सी रविशंकर डीएम का कहना है कि विद्यालय में कम परीक्षाफल वाले विषयों के शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा जा गया है। परीक्षाफल कम होने की जांच की जाएगी। लचर परीक्षाफल गंभीर है इसके कारणों की जांच आवश्यक है।

विद्यालय बंद करने की मांग

गंगोलीहाट-राजीव गांधी नवोदय विद्यालय को अभिभावकों ने बंद करने की मांग की है। अभिभावकों ने इस वर्ष विद्यालय के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के परिणाम को देखते हुए अपने पाल्यों को अन्यत्र विद्यालयों में प्रवेश दिलाने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भेजे गए ज्ञापन में अभिभावकों ने कहा कि विद्यालय में पठन-पाठन, प्रशासनिक, सामाजिक स्थिति बेहद दयनीय हो चुकी है। कार्यरत अध्यापकों द्वारा छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। जिस कारण विद्यालय का परीक्षा परिणाम निरंतर गिरता जा रहा है। ज्ञापन की प्रतिलिपि शिक्षा मंत्री, स्थानीय विधायक, जिला शिक्षाधिकारी, खंडशिक्षाधिकारी, नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य को भेजी गई है।