उत्तराखंड के कांग्रेस नेताओं की नाराजगी पार्टी के लिए चिंता का सबब बनती जा रही है। स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री पद के दावेदार हरीश रावत की सीट को लेकर भी पार्टी नेता नाराज हैं। टिकटों का बंटवारा होते ही इनकी नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है। अभी तक कांग्रेस की एक दर्जन से अधिक सीटों पर टिकट के दावेदार नाराज हैं।
कांग्रेस में गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक नाराजगी के स्वर बुलंद होते जा रहे हैं। कई नेता टिकट न मिलने से नाराज हैं। इनमें से कइयों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है तो कई नेता अपने समर्थकों से बात कर फैसला लेने की बात कर रहे हैं। घनसाली से भीमलाल आर्य टिकट नहीं मिलने से नाराज हो चुके हैं। भीम लाल आर्य पिछले चुनाव में भाजपा से कांग्रेस में आये थे। इस बार कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। कांग्रेस ने यहां धानी लाल शाह को उम्मीदवार बनाया है।
भीम लाल आर्य ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पार्टी ने उनके साथ धोखा किया है। मुझे एक दिन पहले तक टिकट देने की बात करते रहे, लेकिन पार्टी ने जब सूची जारी की तो उसमें उनका नाम नहीं था। वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
टिहरी जिले के धनोल्टी सीट पर डॉ वीरेन्द्र सिंह रावत टिकट के दावेदार माने जा रहे थे। पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर जोत सिंह बिष्ट को टिकट दिया है। इससे डॉ वीरेंद्र सिंह रावत नाराज हो गए हैं। डॉ वीरेंद्र सिंह कहते हैं, ‘वे अपने समर्थकों से बात कर रहे हैं। समर्थक चाहते हैं कि वह चुनाव लड़ें। यमुनोत्री सीट से पिछली बार कांग्रेस ने संजय डोभाल को चुनाव मैदान में उतारा था। इस बार वे शुरू से तैयारी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। पार्टी ने दीपक बिजल्वाण को मैदान में उतारा है। इससे संजय डोभाल नाराज हो गए हैं। इन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
कर्णप्रयाग सीट पर भी कांग्रेस को अपने नेताओं को नाराजगी झेलना पड़ रही है। पार्टी ने यहां गोचर नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश नेगी को उम्मीदवार बनाया है। इससे चुनाव की तैयारी कर रहे सुरेश बिष्ट नाराज हो गए हैं। उन्होंने पार्टी छोड़ने तक का ऐलान कर दिया है। देहरादून जिले के कई सीटों पर कांग्रेस नेता टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं। इसमें सहसपुर, राजपुर मसूरी सीटें शामिल हैं। पौड़ी सीट से टिकट न मिलने पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य तामेश्वर आर्य भी नाराज हैं।
कुमाऊं की भी कई सीटों पर कांग्रेस नेता टिकट न मिलने से नाराज हैं। कुमाऊं में विधानसभा की कुल 29 सीटें हैं। पार्टी ने अभी यहां चार सीटों पर टिकट का ऐलान नहीं किया है। फिर भी बागेश्वर, गंगोलीहाट, गदरपुर, लालकुआं, बाजपुर, किच्छा, सितारगंज जैसे सीटों पर पार्टी नेता नाराज हैं।