उत्तराखंड को मशरुम के सहारे ऊंचाईयों के शिखर पर पहुंचाने वाली दिव्या रावत को उनका प्लांट बंद करने की धमकी दी गई है।शुक्रवार रात लगभग 8:30 बजे 200 लोगों की भीड़ ने दिव्या के घर पर धमक गी। केवल इतना ही नहीं भीड़ में मौजूद लोगों ने दिव्या के साथ गाली गलौज भी शुरु कर दी।
दिव्या ने न्यूजपोस्ट से हुई बातचीत में बताया कि “शुक्रवार दिन में ढ़ाई बजे के करीब जब वह लोगों को ट्रेनिंग दे रही थीं तभी कुछ लोग आए और दिव्या से बहस शुरु कर दी लेकिन मैने मामले को ना बढ़ाते हुए बात वहीं खत्म कर दी। लेकिन फिर रात को करीब 8:30 बजे लोगों की भीड़ ने मेरे साथ बहस और गाली-गलौज शुरु कर दी। इसके साथ साथ यहां चल रहे मशरुम प्लांट को बंद करने की धमकी भी दी।”
दिव्या से यह पूछे जाने पर कि आखिर यह लोग कौन थे और उन्होंने किस बात पर कहासुनी की इसपर दिव्या का जवाब था कि शायद लोगों की बहस का कारण मेरा पालतू कुत्ता है जिसके भौंकने से लोगों को परेशानी थी,हालांकि दिव्या ने यह भी साफ किया है उस भीड़ में उनके पड़ोसी नहीं हैं।
दिव्या ने बताया कि बहस ज्यादा होने पर उन्होंने पुलिस की मदद ली लेकिन पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को फोन करने के बाद ही पुलिस हरकत में आई और दिव्या की रिर्पोट लिखी गई। दिव्या ने बताया कि भीड़ में पहचाने हुए लोगों के नाम उन्होंने पुलिस के संज्ञान में ला दिए हैं और वह चाहती हैं कि इस केस में पुलिस उनकी मदद करें।
बातचीत में दिव्या ने बताया कि इस भीड़ में से तीन व्यक्तियों ने मुझे धमकी दी की वो मशरूम को उत्तराखण्ड से उखाड़ फेकेंगे और शुरुआत यही मोथरोवाला से करेंगे,और साथ ही यह भी बोला कि वह लोग दिव्या का राष्ट्रपति पुरस्कार भी छीन लेंगे।
देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या करती हैं क्योंकि जो आज हुआ हैं वह आगे भी हो सकता हैं और जब उत्तराखंड की मशरुम एंबेसेडर को उच्च अधिकारियों को फोन करना पड़ा तो आम जनता का क्या होगा।