कुछ ऐसा किया डीएम रुद्रप्रयाग ने की हर तरफ हो रही वाहवाही

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रुद्रप्रयाग जिले के डीएम मंगेश घिल्डियाल के भीतर का गजब का जज्बा है। एक ओर जहां हेलीकॉप्टर से आ रहे सरकार के बड़े अफसर खराब मौसम होने के कारण आधे रास्ते से लौट गए। वहीं आईएएस मंगेश घिल्डियल बर्फबारी में भी पैदल केदारनाथ जा पहुंचे। यही नहीं वापस लौटने के लिए भी उन्होंने हेलीकॉप्टर नहीं मंगाया, बल्कि पैदल ही बर्फिला रास्ता नापा।

kedarnath

लगातार हो रही बर्फबारी के बीच जिले के डीएम मंगेश घिल्डियाल आठ किमी बर्फ में पैदल चलकर केदारनाथ धाम पहुंचे। उन्होंने यहां चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर जरूरी निर्देश दिए तथा पुनर्निर्माण कार्य में जुटे मजदूरों से बातचीत कर उनकी समस्याओं के बारे में जाना। वहीं रविवार को मुख्य सचिव व जिंदल ग्रुप के अधिकारियों को भी केदारनाथ पहुंचना था, लेकिन अधिक बर्फबारी के कारण वे गुप्तकाशी तक ही हेलीकाप्टर से पहुंच पाए और यहीं से वापस देहरादून चले गए। केदारनाथ में यात्रा तैयारियों के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत चल रहे निर्माण कार्यो के निरीक्षण के लिए डीएम मंगेश शनिवार को केदारनाथ के लिए रवाना हुए।

होली के दूसरे दिन से केदारघाटी का मौसम खराब चल रहा है। केदारनाथ धाम में पिछले तीन दिन से रुक-रुककर बर्फबारी हो रही है। रविवार को पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के लिए मुख्य सचिव उत्पाल कुमार को केदारनाथ पहुंचना था।मुख्य सचिव सुबह हेलीकॉप्टर से देहरादून से गुप्तकाशी तो पहुंच गए, लेकिन खराब मौसम के कारण यहां से हेलीकॉप्टर केदारनाथ के लिए उड़ान नहीं भर सका।अलबत्ता मुख्य सचिव उत्पल गुप्तकाशी में लाल रिर्जोट में ठहर गए। यहां से वह केदारनाथ में मौजूद डीएम मंगेश घिल्डियाल से मौसम की जानकारी लेते रहे। करीब 4 घंटे से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी मौसम हेलीकॉप्टर की उड़ान भरने के अनुकूल नहीं हुआ। ऐसे में मुख्य सचिव दोपहर पौने दो बजे देहरादून लौट गए।

मुख्य सचिव के कार्यक्रम को देखते हुए रुद्रप्रयाग डीएम मंगेश घिल्डियाल एक दिन पहले शनिवार को ही केदारनाथ के लिए पैदल रवाना हो गए। शनिवार को शाम छह बजे वह अपनी टीम के साथ केदारनाथ पहुंच गए।

डीएम मंगेश घिल्डियाल ने केदारनाथ में निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। दोपहर दो बजे तक उन्होंने सरस्वती नदी पर घाट निर्माण, मंदिर मार्ग, नाली निर्माण, चबूतरा निर्माण, रास्ता और मंदिर के पीछे हो रहे निर्माण की जानकारी ली। मौसम खराब होने के बावजूद डीएम दो बजे केदारनाथ से गौरीकुंड के लिए पैदल निकल पड़े। देर शाम वह गौरीकुंड पहुंचे। इससे पूर्व भी वह कई बार केदारनाथ पैदल आ-जा चुके हैं।

अक्सर मौसम बनता है उड़ान में बाधा
केदारनाथ में रविवार को दिनभर विजीविलिटी शून्य रही। इस कारण सुरक्षा की दृष्टि से हेलीकॉप्टर ने उड़ान नहीं भरी। केदारनाथ में अक्सर मौसम खराब रहने से हेलीकॉप्टरों की उड़ाने नहीं हो पाती हैं। अधिकांश समय बर्फबारी और बारिश से यहां कोहरे की समस्या रहती है। ऐसे में हेलीकॉप्टर का उड़ान भरना खतरे से खाली नहीं है।