हरिद्वार, जिलाधिकारी दीपक रावत ने चारधाम यात्रा एवं मौसम विभाग द्वारा प्राप्त पूर्वानुमान चेतावनी के दृष्टिगत किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने की तैयारियों का औचक निरीक्षण शुक्रवार देर रात्रि 12 बजे किया। रोशनाबाद स्थित आपातकालीन परिचालन केन्द्र का औचक निरीक्षण किया गया, उन्होंने वहां से प्रशासनिक सुरक्षा और अधिकारियों की मुस्तैदी का आंकलन करने के लिए परिचालन केन्द्र की समस्त व्यवस्थाओं को देखने के साथ ही परिचालन केन्द्र में उपलब्ध जनपद के अधिकारियों/कर्मचारियों के दूरभाष/मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क स्थापित किया। किन्तु इनमें से 20 अधिकारियों/कर्मचारियों के दूरभाष/मोबाईल स्वीच आॅफ पाये गये, जबकि 24 अधिकारियों/कर्मचारियों के दूरभाष/मो: नम्बर नोट रिचेबल पाये गये।
जिलाधिकारी ने इसे गम्भीर लापरवाही मानते हुए कड़ी नाराजगी जाहिर की। डीएम ने इन अधिकारियों/कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर इन अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे आपदा प्रबन्धन अधिनियम की धारा-2005 की सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत अपना स्पष्टीकरण देना सुनिश्चित करें, स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाये जाने पर तदानुसार कार्यवाही की जायेगी।
जिलाधिकारी ने कहा है कि, “जनपद प्राकृतिक एवं मानवजनित आपदाओं की दृष्टि से अति संवदेनशील है। गर्मी एवं बरसात के मौसम में जनपद में वनाग्नि, आंधी, तूफान, बाढ़ आदि प्राकृतिक आपदाएं घटित होती रहती है। वहीं जनपद में अनेक इण्डस्ट्रीज स्थापित है जहां मानवजनित दुर्घटनाओं के होने की सम्भावना रहती है। ऐसी स्थिति में अधिकारियों/कर्मचारियों के फोन एवं मोबाईल स्विच आफ पाया जाना या फिर नम्बर नोट रिचबिल पाया जाना गम्भीर विषय है। अधिकारियों/कर्मचारियों का यह व्यवहार आपदा को लेकर लापरवाही का घोतक है।” उन्होंने अधिकारियों/कर्मचारियों को अपने दायित्वों के प्रति गम्भीर रहने के निर्देश दिये हैं।