मनसा देवी पर्वत श्रृंखला में लैण्डस्लाइड रोकने के लिए अस्थायी उपचार शीघ्रता से किए जाए ताकि वर्षाकाल में भू-स्खलन न हो। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने यह निर्देश भूस्खलन रोकने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक लेते हुए दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग द्वारा तैयार डीपीआर के परीक्षण के लिए आईआईटी रूड़की, सिंचाई, लोनिवि, आपदा प्रबन्धन, वन तथा नगर निगम के अधिकारियों का गुरुवार को ही संयुक्त स्थलीय निरीक्षण कराया।
उन्होंने वर्षाकाल में भू-स्खलन रोकने के लिए तत्कालिक कार्यों के अन्तर्गत ड्रेनेज सिस्टम, मलवा हटाने, रास्ता रिपेयरिंग आदि पर भी संयुक्त स्थलीय निरीक्षण आख्या तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये, ताकि अल्पकालीन कार्य शीघ्रता से शुरू कराये जा सके। जिलाधिकारी ने तकनीकी विशेषज्ञों को निर्देशित करते हुए कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा तैयार की गई डीपीआर का भी मौके पर ही परीक्षण करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
इस दौरान आईआईटी रूड़की से अर्थ साइन्सेज़ एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. एसपी प्रधान, उप जिलाधिकारी मनीष सिंह, अधिशासी अभियंता मंजू डैनी, यूएलएमएमसी सहायक अभियंता अमित गैरोला, कौस्तुभ बडथ्वाल, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत आदि उपस्थित थे।