पाक में कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि उत्तराखंड के एक युवक के मलेशिया में फंसे होने का मामला सामने आया है। वहीं परिजनों ने इस मामले में उत्तराखंड सरकार से मदद की गुहार लगाई। युवक के मलेशिया में फंसे होने से परिजन काफी परेशान हैं।
गौरतलब है कि दून के जौनसार बावर में रहने वाले संजय सिंह चौहान मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में मलेशिया जेल में बंद हैं। चकराता के बरौंथा क्षेत्र के रहने वाला संजय, मार्च 2013 में दिल्ली की प्रीमियम प्लाजा कम्पनी के लोगों के सम्पर्क में आया। विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे पचास हजार रुपये भी जमा करा लिये गये। सितम्बर 2013 में कम्पनी का काम बताकर संजय को मलेशिया भेजा गया, जहां क्वालालमपुर में ड्रग्स तस्करी के आरोप में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
चंपावत के युवक को भी बनाया गया था बंधक:
वहीं बीते महीने मलेशियों में चंपावत के युवक को बंधक बनाने और उत्पीड़न करने का एक मामला सामने आया था। युवक के परिजनों ने इस मामले में भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। मूल रूप से चंपावत जिले के लोहाघाट ब्लाक स्थित हथरंगिया निवासी जगत सिंह ने मलेशिया से परिजनों को फोन कर मदद की गुहार लगाई। जगत सिंह के फोन आने के बाद उसके घर में कोहराम मचा गया। सभी ने उसकी सलामती की दुआ मांगी थी। जगत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने बताया कि तीन साल पहले होटल में काम करने के लिए वह मलेशिया गया था। इसके लिए जगत सिंह ने तीन साल का वीजा बनाया था। उसने बताया कि बीती 24 जनवरी की सायं मलेशिया से जगत सिंह का फोन आया कि उसके वीजा की अवधि समाप्त हो गई। वह जिस होटल में वह काम करता है, उसके मालिक ने पासपोर्ट जब्त कर लिया और जबरन काम करवा रहा था। उसने बताया कि टार्चर की डर से वह होटल से कहीं भाग गया है।