डबल इंजन की सरकार मे भी महत्वपूर्ण योजनाएं अधर मे लटकी

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ऋषिकेश। डबल इंजन की सरकार मे अनेकों महत्वपूर्ण योजनाएं जहां कछुआ गति से चल रही हैं, वहीं कुछ योजनाओं पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी उनका लाभ प्रदेश की आवाम में नही मिल पा रहा है। छिद्दरवाला फ्लाईओवर को देख इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
अंधाधुंध पेड़ों का कटान कर हरिद्वार को देहरादून से जोड़ने वाले हाइवे को फोर लेन में तब्दील करने के लिए उक्त योजना बनाई गई थी, लेकिन करोड़ों की यह योजना सुस्त चाल के तमाम रिकार्ड धवस्त करते हुए लम्बे अर्से से फाइलों मे ही सिमट कर रह गई है। पहले हरदा सरकार और अब उत्तराखंड की त्रिवेन्द्र रावत सरकार इस महत्वपूर्ण योजना की और कोई तवज्जो देने को तैयार नही है। जबकि इस सन्दर्भ मे क्षेत्र के सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निंशक सहित विधानसभा अध्यक्ष ने भी इस पर आवाज उठाई थी। लेकिन इसके बावजूद यह योजना मूर्त रूप लेने के बजाय अधर मे ही लटकी पड़ी है ।विडम्बना यह भी है कि पिछले अ‌र्द्ध कुंभ मेले से पूर्व इस हाइवे को फोर लेन का काम जल्द पूरा करने के दावे किए जा रहे थे। लेकिन कार्य की ठप्प पड़ी प्रगति को देखकर नहीं लगता है कि अब वर्ष 2019 मे होने वाले पूर्ण कुम्भ तक भी यह हाइवे फोर लेन हो सकेगा। जबकि विभाग ने फोरलेन के चलते सड़क जगह-जगह से खोद दी थी मगर निर्माण की गति बेहद सुस्त की लपेट मे आते आते लम्बे अर्से से ठंडे बस्ते मे है। सबसे बुरा हाल मोतीचूर, छिद्दरवाला व लाल तप्पड़ फ्लाई ओवर के पास है। दिलचस्प बात यह भी है कि केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के मंत्री नितिन गडकरी देश में सड़कों का जाल बिछाने का दावा करते रहे है, उत्तराखंड सरकार भी कुछ इसी तरह के दावे करती आई है । यह दीगर बात है कि पहाड़ी क्षेत्रों में ऑल वेदर रोड का काम बेहद तेजी से चल रहा है । ऐसे में ऋषिकेश देहरादून को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण हाईवे के फ्लाईओवर का निर्माण फाइलों में क्यों सिमटा हुआ है यह गंभीर प्रश्न बना हुआ है।
वर्षों से लटकी पड़ी छिद्दरवाला फ्लाईओवर योजना के मामले में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से बात करने पर उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय विधायक होने के नाते उन्होंने इस मामले में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से वार्ता की थी। लेकिन फ्लाईओवर का निर्माण कर रही कंपनी के ब्लैक लिस्टेड हो जाने की वजह से यह यह योजना फिलहाल परवान नहीं चढ़ सकी। हालांकि उन्होंने बताया कि नई कंपनी को ठेका मिलने के बाद इस दिशा में युद्व स्तर कार्य कर कर योजना को मूर्त रूप दिया जाएगा।