इस वर्ष कम शीतकालीन वर्षा होने के कारण नैनी झील का जल स्तर तेजी से गिर रहा है। इसे देखते हुए जल संस्थान ने शहर में पेयजल की आपूर्ति में दो घंटे की कटौती शुरू कर दी है। इसके बाद ट्यूबवेल से 10 की जगह आठ घंटे ही पेयजल लिया जाएगा।
उत्तराखंड जल संस्थान के सहायक अभियंता डीएस बिष्ट ने बताया कि इसके बार नैनीताल नगर में 10 एमएलडी यानी मीट्रिक लीटर प्रतिदिन की आवश्यकता के सापेक्ष अब 7.8 एमएलडी पानी की ही आपूर्ति की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष जनवरी माह से केवल 24 मिमी शीतकालीन वर्षा हुई है, और नगर में बर्फबारी नहीं हुई। इस कारण गर्मियों का मौसम शुरू होने से पहले फरवरी माह में ही नगर में पेजयल आपूर्ति के एकमात्र स्रोत नैनी झील का जलस्तर वर्षाकाल के 12 फिट के उच्च स्तर से 7 फिट गिरकर पांच फीट पर पहुंच गया है।
आने वाले दिनों में गर्मी बढ़ने पर वाष्पन के साथ ही सैलानियों की संख्या बढ़ने के साथ जलस्तर के और अधिक गिरने की संभावना को देखते हुए पेयजल की आपूर्ति में कमी की गई है। आगे देखने वाली बात होगी कि आपूर्ति कम किए जाने से कहीं नगर के खासकर टेल यानी लाइनों के अंतिम छोर पर स्थित घरों के लोग परेशान न हो जाएं।