विकासनगर। सरकार की सख्ती व अभिभावकों की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद अब शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने निजि शिक्षण संस्थानों की मनमानी पर शिकंजा कसने के लिए सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है।
दो दिन पूर्व एसडीएम द्वारा निजी शिक्षण संस्थान के संस्थाध्यक्षों की बैठक लेने के बाद अब विभागीय अधिकारी भी हर रोज इन संस्थानों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। निरीक्षण अब सिर्फ संस्थानों के कार्यालय तक ही सीमित नहीं रह गया है। अधिकारी कक्षाओं में जाकर छात्र-छात्राओं के बस्तों की भी जांच कर रहे हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को खंड शिक्षाधिकारी ने एनफील्ड सीनियर सेकेंड्री स्कूल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शुल्क पंजिका देखने के साथ ही कक्षाओं का जायजा भी लिया। कई विद्यालयों द्वारा पुराने पाठ्यक्रम को लागू करने की शिकायतें मिलने पर उन्होंने छात्र-छात्राओं के बस्तों की भी तलाशी ली। बीईओ वीपी सिंह ने कहा कि सरकारी नियमों की अवहेलना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहा कि निजि शिक्षण संस्थानों को शुल्क में वृद्धि भी सरकारी मानकों के अनुरूप ही करनी होगी। कहा कि बाजार में एनसीईआरटी की पुस्तकें मौजूद हैं लेकिन कुछ लोगों द्वारा निजी स्वार्थ को देखते हुए किताबों की कमी की अफवाह फैलाई जा रही है। सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम ही प्रत्येक शिक्षण संस्थान को लागू करना अनिवार्य होगा। एनसीइआरटी लागू करने से हीलाहवाली करने वाले संस्थानों के खिलाफ मान्यता रद्द करने की कार्रवाई भी जाएगी। उन्होंने शुल्क की दर जांचने के लिए विद्यालय से पिछले पांच वर्षों का शुल्क रिकार्ड लिया है। बताया कि फीस की वृद्धि दर मानक से अधिक पाए जाने पर भी शिक्षण संस्थान के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही बीईओ ने राजकीय इंटर कालेज बरोटीवाला में मासिक परीक्षा का भी निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान नितिन वर्मा मौजूद रहे।