गदरपुर, प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने गुरुवार को अक्षय पात्र योजना के तहत गदरपुर में स्थापित होने वाली केन्द्रीय रसोई का भूमि पूजन कर इस कार्य की आधारशिला रखी। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। मध्याह्न भोजन योजना शिक्षा के हर वर्ग के विद्यार्थियों के लिए सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि हम इस योजना को सुदृढ़ करना चाहते थे, इसलिए हमने अक्षय पात्र के साथ साझेदारी करने का निर्णय लिया। शिक्षा पर अधिक ध्यान देने और बच्चों को गरम व पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अक्षय पात्र योजना लाई गई है। गदरपुर में रसोईघर का निर्माण हो जाने के बाद गदरपुर के आसपास में स्थित विद्यालयों के 25 हजार बच्चों को इस रसोई के माध्यम से मध्याह्न भोजन का प्रबन्ध किया जायेगा। उन्होंने कहा प्रदेश ने एक अच्छे कार्य की शुरुआत की है। जनपद में गदरपुर के अलावा सितारगंज, रूद्रपुर और काशीपुर में भी अक्षय पात्र की केन्द्रीकृत रसोई योजना लाई जा रही है।
पांडेय ने कहा कि सभी को सस्ती शिक्षा देने के उद्देश्य से विद्यालयों में एनसीईआरटी की किताबें लागू कर दी गई हैं। इस अवसर पर अक्षय पात्र फाउन्डेशन के अध्यक्ष सुव्यक्ता नरसिम्हा दास ने कहा कि हमें देवभूमि उत्तराखण्ड में आकर बच्चों की सेवा करने में अत्यन्त प्रशन्नता हो रही है। मध्याह्न भोजन शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम में मण्डलायुक्त राजीव रौतेला ने कहा कि शिक्षा मंत्री के पहल पर यह फाउन्डेशन यहां पर आया है। इस फाउन्डेशन के माध्यम से यहां के बच्चों को उच्च कोटि के भोजन के साथ स्वच्छ भोजन उपलब्ध हो पायेगा। उन्होंने कहा इस फाउन्डेशन ने उत्तर प्रदेश में भी अच्छा कार्य किया है। आज अक्षय पात्र भारत में मीड-डे मील प्रोग्राम के माध्यम से 12 राज्यों में 14,264 स्कूलों से 17 लाख से अधिक बच्चों को पौष्टिक भोजन की सेवा प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड के अन्य जनपदों में भी हम इस योजना को लागू करने की कोशिश करेंगे।