अभिभावकों से माफी मांगे शिक्षा मंत्रीः सेठी

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अरविंद
Arvind Pandey

हरिद्वार। अपने दिए गए आदेशों का पूर्ण रूप से पालन कराने के लिए शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डे को अभिभावकों से माफी मांगनी चाहिए। शिक्षा मंत्री ने कोरी बयानबाजी कर जनता के साथ धोखा किया है। उन्हें अपने आदेशों का पालन करवाना चाहिए। उक्त बात महानगर व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने बुधवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही।
सेठी ने कहा कि शिक्षा मंत्री के आदेशों के बाद भी जनपद के 90 प्रतिशत प्राइवेट स्कूल मनमानी पर उतारू हैं। मंत्री के आदेशों को दरकिनार कर अभिभावकों का शोषण किया जा रहा है। एनसीआरटी की पुस्तकें लागू होने के बाद भी मंहगी पुस्तकें बच्चों को जबरन दी जा रही हैं। इतना ही नहीं रिएडमिशन फीस समाप्त कर दिए जाने के बाद भी विभिन्न मदों के नाम पर अभिभावकों से मोटी रकम वसूली जा रही है। उन्होंने कहा कि गुरुनानक पब्लिक स्कूल में न तो फीस और न ही पुस्तकों का बिल दिया जा रहा है। सादी पर्ची अभिभावकों को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जो अभिभावक स्कूल के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं उनके बच्चों को प्रताड़ित करने का कार्य प्राइवेट स्कूल कर रहे हैं। बताया कि गुरुनानक पब्लिक स्कूल के अतिरिक्त होली गैगेज, बिज्डम ग्लोबल, एम एम पब्लिक स्कूलों में भी ऐसा ही खेल चल रहा है। बताया कि जिले के आला अधिकारियों समेत पीएमओ को शिकायती पत्र भजने के बाद भी कोई संज्ञान नहीं लिया। जिससे अभिभावक परेशान हैं और पब्लिक स्कूल मनमानी कर रहे हैं। तेज प्रकाश साहू ने कहा कि जब शिक्षा मंत्री ने प्राईवेट स्कूलों के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए है तो अधिकारी उनका अमल क्यों नहीं करवा रहे हैं। अधिकारियों की कार्यप्रणाली से पब्लिक स्कूलों व अधिकारियों की मिलीभगत की बू आ रही है। कहाकि खानापूर्ति के नाम पर कुछ स्कूलों में छापामारी कर कार्य की अधिकारी इतिश्री कर रहे हें। कहा कि जब तक पब्लिक स्कूलों द्वारा अभिभावकों का शोषण बंद नहीं किया जाता उनका यह संघर्ष जारी रहेगा। कहाकि जब शिक्षा मंत्री के आदेशों का पालन नहीं हो पा रहा है तो शिक्षा मंत्री को अपने आदेश वापस लेने के साथ अभिभावकों से माफी मांगनी चाहिए। प्रेसवार्ता के दौरान नाथीराम सैनी, जितन्द्र चैरसिया आदि मौजूद थे।