नई दिल्ली, भारत में इलेक्ट्रिक कार को लेकर लोगों में रुझान बढ़ता जा रहा है । इसी को लेकर यात्री वाहन विनिर्माता कंपनी भी जोश में दिख रही हैं। इसका व्यापक असर 2020 में देखने को मिलेगा। माना जा रहा है कि 2020 में भी कई नई गाड़ियां धमाल मचाने वाली हैं लेकिन इस बार ट्रेंड अलग होगा। 2020 में सबसे ज्यादा प्रीमियम, लग्जरी और इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) सेगमेंट में हलचल होने वाली है। देश में ईवी मार्केट में फिलहाल सिर्फ तीन प्लेयर हैं, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और दक्षिण कोरियाई ह्यूंदई, पर देश में इलेक्ट्रिक कार की तेज़ डिमांड की उम्मीद में कई प्लेयर्स 2020 में अपनी इलेक्ट्रिक कारें उतारने की तैयारी कर रहे हैं।
देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी कंपनी मारुति सुजुकी 2020 में वैगन आर ईवी उतारने वाली हैं। टाटा मोटर्स ने भी हाल ही में अपनी दूसरी इलेक्ट्रिक कार नेक्सॉन ईवी को उतारने की घोषणा कर दी हैं। देश की इस इलेक्ट्रिक बैंडवैगन में कई विदेशी ऑटो प्लेयर्स भी उतरने की तैयारी कर रहे हैं। चाइना की एमजी मोटर्स की जेडएस ईवी, पोर्च की ईवी टैयकॉन, जैगुआर की आईपीस और ऑडी की ई-ट्रोन भी 2020 में भारतीय बाजार में अपनी इलेक्ट्रिक कार को लांच के लिए तैयार हैं।
वाहन विनिर्माण क्षेत्र से जुड़े जानकारों का मानना है कि ज्यादा प्लेयर्स की मौजूदगी ईवी मार्किट की ग्रोथ के लिए ज़रूरी है। दरअसल ईवी मार्किट में ये लॉन्च 2019 में सरकार की तरफ से दिए गए इन्सेन्टिव्स का नतीजा हैं। ईवी को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने जीएसटी में कटौती, इंटरेस्ट सबवेंशन और सब्सिडी जैसी कई घोषणाएं की हैं। जानकार मानते हैं कि भारत में ईवी के ग्रोथ से जुडी इंफ्रास्ट्रक्चर, इस सेगमेंट के लिए अब भी बड़ी चुनौती है।
भारतीय थिंक टैंक नीति आयोग ने 2030 तक भारत को 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिक कार मार्केट बनाने का टारगेट सेट किया है। सरकार भी इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई कदम उठा रही है पर प्राइसिंग, रेंज और इंफ्रास्ट्रक्चर अब भी ईवी के लिए एक बड़ा चैलेंज है।