एसआईटी की विवेचना में 211 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश   

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रुद्रपुर, एनएच 74 घोटाले की विवेचना कर रहे सीओ सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह जेल में बंद 15 आरोपियों में 12 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के लिए नैनीताल रवाना हो गए हैं। माना जा रहा है कि भ्रष्टाचार निवारण विशेष न्यायालय में दो निलंबित पीसीएस अफसरों समेत 12 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि एसआईटी की अभी तक की विवेचना में 211 करोड़ रुपये का घोटाला प्रकाश में आ चुका है।

एसएसपी डा. सदानंद शंकरराव दाते का कहना है कि, “घोटाले की विवेचना कर रहे सीओ सिटी ने जेल में बंद 12 आरोपियों के खिलाफ 5804 पन्नों की चार्जशीट तैयार की है, जिसमें 77 गवाह हैं।”विवेचक श्री सिंह कोर्ट में चार्जशीट पेश करने के लिए नैनीताल रवाना हो गए अौर बताया ,कि” भ्रष्टाचार निवारण विशेष न्यायालय में निलंबित पीसीएस अफसर डीपी सिंह व भगत सिंह फोनिया समेत 12 लोगों के खिलाफ आज ही आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा। चार्जशीट में जसपुर, काशीपुर व सितारगंज में 173.14 करोड़ का घोटाला सामने आया है। बाजपुर के कुछ मामलों में लगभग 38 करोड़ का घपला प्रकाश में आया है।” यहां बता दें कि एनएच 74 घोटाले में तीन पीसीएस अफसरों समेत 15 लोग जेल में बंद हैं।

एसएसपी ने बताया कि, “एसआईटी की अब तक की विवेचना में 211 करोड़ का घोटाला सामने आ चुका है जबकि विवेचना अभी चल रही है, यहां बता दें कि एनएच 74 के चौड़ीकरण में हुए भूमि अधिग्रहण के दौरान कृषि वाली जमीनों को बैक डेट में अकृषि कराकर कई गुना अधिक मुआवजा लेकर सरकार को भारी क्षति पहुंचाई गई थी। तत्कालीन मंडलायुक्त डी सेंथिल पांडियन की जांच में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था। उनकी जांच में तकरीबन तीन सौ करोड़ का घोटाला सामने आया था। अभी इस घोटाले में अन्य कई पीसीएस अफसरों पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है।