पेयजल निगम ने 25 अफसरों को दी चेतावनी

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पेयजल निगम प्रबंधन की तमाम सख्ती के बावजूद अफसरों के सुस्त रवैये में सुधार नहीं आ रहा। अब पेयजल निगम प्रबंधन ने लापरवाह अधिशासी अभियंताओं को नोटिस जारी कर अपनी कार्यशैली सुधारने का अल्टीमेटम दिया है। निगम ने दो टूक कहा है कि यदि अफसरों ने अपने काम में तेजी नहीं दिखाई तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

तीन साल पहले पेयजल निगम ने 25 अधिशासी अभियंताओं को काम में हीलाहवाली पर नोटिस जारी किए थे। इन अभियंताओं ने अपने अधीन बन रही पेयजल योजनाओं के काम में सुस्ती दिखाई थी। यह इन अभियंताओं की लापरवाही का ही नतीजा है कि सालों पहले शुरू हुई एनआरडीडब्ल्यूपी, नाबार्ड, 13वें वित्त आयोग की योजनाओं का निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है।
हैरत की बात यह है कि वर्तमान में भी इन अफसरों का काम सुस्त ही है। इससे आजिज आकर पेयजल निगम प्रबंधन ने इन अभियंताओं को अपने काम का ढर्रा सुधारने के लिए दो माह का वक्त दिया है। इस बावत प्रबंध निदेशक भजन सिंह ने बताया कि अधिकारियों की लापरवाही उनकी एसीआर में तो शामिल की ही जाएगी, साथ ही उनके खिलाफ प्रबंधन कार्रवाई भी करेगा।
अटके हुए हैं 70 करोड़ रुपये
अफसरों की सुस्ती के चलते एनआरडीडब्ल्यूपी का काम पूरा नहीं हो पाया। जिस कारण प्रोजेक्ट बंद हो गया और निगम को छह योजनाओं को पूरा करने के लिए शेष 70 करोड़ रुपये नहीं मिल पाए। बजट की आस में ये योजनाएं अभी भी अधर में लटकी हुई हैं। इसी तरह 13वें वित्त आयोग का भी बजट रुका हुआ है। यदि अधिकारी इन योजनाओं का काम समय पर पूरा कर लेते तो ये नौबत नहीं आती।