ऋषिकेश। उत्तराखंड में प्राकर्तिक सौंदर्य और संस्कृति की कोई कमी नहीं है यही कारण है की यहाँ साल भर पर्यटक दूर दूर से इन प्राकर्तिक नज़रों का लुफ्त उठाने यहाँ पहुंचते है, उत्तराखंड को पर्यटन के मानचित्र में लाने के उद्देश्य से ऋषिकेश के एक निजी होटल में 7 दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। जिसमे फोटोग्राफी के शौकिनो को आपस में जोड़ कर उत्तराखंड की ख़ुसूरती को कैमरे में कैद करने और इसे दुनिया के सामने लाने का अनूठी कोशिश की जा रही है।
उत्तराखंड में फोटोग्राफी के लिए असीम सम्भावनाये है कल कल बहती गंगा, राजा जी पार्क के जीव जंतु और कई आश्रम और खुबसुरत झरने , लेकिन आपदा ने पर्यटन व्यवसाय की कमर ही तोड़ दी थी , अब स्थति पहले से बहुत बेहतर है लेकिन यहाँ के प्रचीन विरासत और धरोहर अभी भी दुनिया के नजर से दूर है जिसको कैमरे के लेंस के जरिये दुनिया के सामने लाने के उदेश्य को लेकर ऋषिकेश के एक निजी होटल में अंतरास्ट्रीय टाइम मैगजीन के ख्याति प्राप्त भारत के जाने माने फोटोजर्नलिस्ट एवम जुनूनी फोटोग्राफर राकेश सहाय की याद में एक फोटो एग्जीबिशन का आयोजन किया गया जिसमे विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चांद अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की, तो वहीँ प्रदर्शनी देखने आये लोगों को भी फोटो काफी पसंद आ रही है।
उत्तराखंड में अलग-अलग संस्कृति देखने को मिलती है यहाँ के युवाओ में फोटोग्राफी के प्रति नया नजरिया पैदा करने में इस तरह की प्रदर्शनी कारीगर साबित हो सकती है. कार्यक्रम के आयोजक और जाने माने फोटोग्राफर डॉ मनोज रांगड़ ने बताया बताया कि ओशो मल्टी सर्वसेस की मदद से ये 7 दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है जिनमे उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों और संस्कृति को फोटो के माध्यम से दिखने की कोशिश की गई है, उन्हीने बताया कि इस प्रदर्शनी को लोगों द्वारा बेहद अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है जिससे वो बेहद उत्साहित है। इस प्रदर्शनी में उत्तराखंड की विरासत के रूप में पुरानी टिहरी के फोटोग्राफ्स और उत्तराखंड के खूबसूरत बुग्याल और पर्यटक स्थल को दिखाया गया है। उत्तराखंड हमेसा ही पर्यटकों के लिए पहली पसंद रहा है ,यहाँ विदेशी पर्यटकों के साथ साथ एडवेंचर स्पोर्ट के लिए भी साल भर पर्यटक आते रहते है। आपदा के बाद आये गतिरोध को कम करने के लिए ऋषिकेश में चल रही ये मुहीम काफी कारगर साबित होगी।