नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने हल्द्वानी मे कहा कि सरकार चला रहे मंत्रियों को छोटे बोल शोभा नहीं देते। गंभीर मामलों को सरकार को संजीदगी से लेना चाहिए। यह टिप्पणी डॉ. हृदयेश ने उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत द्वारा रविवार को अल्मोड़ा में किसान आत्महत्या मामले में दिए गए बयान पर की।
महानगर कांग्रेस कमेटी की ओर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के जन्मदिन पर आयोजित रक्तदान शिविर के बाद पत्रकारों के सवाल पर डॉ. इंदिरा ने कहा कि पिथौरागढ़ जिले में किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। किसानों के हितों की रक्षा का संकल्प लेने की बात कहने वाली भाजपा सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करानी चाहिए थी। वहीं, इस मामले में डॉ. धन सिंह रावत द्वारा जानकारी ही न होना और कांग्रेस के समय में आत्महत्या की बात कहना बेहद हल्कापन दिखाता है। सरकार को ऐसे मामलों में मदद को तत्काल आगे आना चाहिए।