आज के कमर तोड़ मुकाबले के जमाने में शायद ही कोई स्कूल ड्राॅपआउट बच्चों को किसी काबिल माने। लेकिन मसूरी के उज्जवल नेगी और अभिषेक यादव से मिलने के बाद शकीनन आप अपना नजरिया बदलने पर मजबूर होंगे। “इवोल्यूशन” टीम के ये दोनो सदस्य स्कूल पूरी नहीं कर सके हैं लेकिन इन्होने अपने पेंटिंग के हुनर को ही अपना रोजगार का जरिया भी बना लिया है। वहीं इस ग्रुप का तीस्रा सदस्य अायुष परमार अभी भी पढ़ाई कर रहा है और साथ साथ अपना पेंटिंग पैशन साथ साथ चला रहा हैं।
कम उम्र में ही इन लङकों की जोड़ी ने बहुत पहले ही समझ लिया कि उन्हें कुछ अलग और हटकर करना है। पिछले 2 सालों से अपने पैलेट, ब्रश और रंगों से वे लगातार अपने परिवेश में रंग जोड़ते अा रहे हैं। हमारी उनसे मसूरी के टैवर्न कैफे में मुलाकात हुई जहां कैफे की फीकी दीवारों को इन लोगों ने एक आर्ट गैलरी में बदल दिया।
उज्ज्वल हमें बताते है, ‘मेरे पिता एक पेशेवर चित्रकार थे लेकिन इसे वे रोजगार से नहीं जोड़ पाये, इसलिए उन्होंने इसे छोड़, नौकरी करना पड़ी। जब मैंने स्कूल छोड़ कर अपने जुनून को अपना प्रोफेशन बनाने कि सोची तो मेरा परिवार नाखुश था, लेकिन मेरे सालों की मेहनत से आज मेरे माता-पिता को मुझ पर गर्व है।’
हालांकि इन युवाओं ने खुद अपनी कला को तराशा है, लेकिन वह यूट्यूब के बहुत शुक्रगुजार है। अभिषेक ने अपना एनिमेशन कोर्स छोड़ कर अपनी हाॅबी पर काम किया, ग्राफिटी आर्ट, एयर ब्रश पेंटिंग, बाइकों पर काम करना, गाड़ियों पर काम करना, कैफे की दिवारों पर पेंटिंग, मुंबई, रांची से दिल्ली और देहरादून तक इन्होंने अपनी पहचान बनायी हैं।अभिषेक का कहना है कि, “यह हमारे भावनाओं को लोगों तक पहुंचाने का माध्यम है और हमें अपने काम से बहुत संतुष्टी मिलती है।”
इस साल के शुरुआत में डिस्कवरी चैनल मे प्रसारित ‘इंडिया माय वे’ मे दोनों कलाकारों को फीचर किया गया जिससे उन्हें नाम अौर प्रोत्साहन मिला है।अाज कल, उज्जवाल, अायुष और अभिषेक नवंबर में गोवा में होने वाले भारतीय बाइक वीक में भाग लेंने वाली दो बाइकों पर अपना हुनर दिखा रहे हैं। न्यूज़ पोस्ट टीम उनके ‘पहियों पर कैनवास’ के प्रदर्शन के लिये उनको शुभकामनायें देती हैं।