राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाल ने डाॅ. दिवस के अवसर पर इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा कैलाश हाॅस्पिटल जोगीवाला में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए।
राज्यपाल ने भारत रत्न डाॅ0 विधान चन्द्र राॅय की स्मृति में उनके जन्म दिवस को डाॅ.दिवस के रूप में मनाने के अवसर पर समस्त चिकित्सकों को शुभकामनायें दी अौर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्री राॅय भारतीय चिकित्सा संस्थान के अग्रेता थे। उन्होंने भारतीय चिकित्सा परिषद, भारतीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान, संक्रामक रोग अस्पताल और कोलकाता के पहले स्नातकोत्तर मेडिकल काॅलेज की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। एक राजनीतिज्ञ होने के बावजूद उन्होेंने अपने चिकित्सा पेशे को कभी नहीं छोड़ा और समाज सेवा करते हुए उन्होंने निरन्तर निःशुल्क चिकित्सा सेवा जारी रखी।
चिकित्सकों को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि समाज में चिकित्सक की भूमिका चिकित्सालय के बाहर भी महत्वपूर्ण होती है। राज्यपाल ने कहा कि एलौपेथी के साथ-साथ भारतीय आयुष चिकित्सा पद्वती को विशेषकर उत्तराखण्ड में प्रोत्साहन मिलन चाहिए। उत्तराखण्ड औषधीय वन सम्पदा से भरपूर राज्य है जहां आयुष पद्धती के परिणाम निश्चित ही सकारात्मक आयेंगे। चिकित्सा के साथ-साथ रोगों से पूर्व बचाव भी समाधान बन सकता है। जरूरी है कि सामुदायिक स्वास्थ्य रक्षा। इसके लिए हैल्थ और म्युनिसिपल अथाॅरिटी एकसाथ मिलकर प्रभावी ढंग से कार्य करें। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान की संकल्पना के पीछे स्वस्थ भारत की संकल्पना निहित है इसमें सभी सहयोगी बनें। स्वास्थ्य रक्षा और स्वच्छ पेयजल इसमें मुख्य कारक हैं।